गंभीर ने टीम इंडिया के सेलेक्शन पर उठाए सवाल, कहा- ऋषभ पंत फ्लॉप हुए तो क्या होगा?


पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर का मानना है कि टीम मैनेजमेंट ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों में ‘असुरक्षा’ पैदा कर दी है. गंभीर ने कहा कि ऋद्धिमान साहा और ऋषभ पंत के बीच रोटेशन का फैसला दोनों विकेटकीपरों के साथ नाइंसाफी है.

एडिलेड में पहले टेस्ट में खराब फॉर्म में रहे ऋद्धिमान साहा को मेलबर्न में दूसरे टेस्ट की टीम से बाहर कर दिया गया है. गंभीर ने सवाल दागा कि अगर ऋषभ पंत अगले दो मैचों में नाकाम रहते हैं तो क्या उनके साथ भी यही सलूक किया जाएगा.

गंभीर ने कहा,’यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि साहा ने सीरीज में बस एक टेस्ट खेला और उसे बाहर कर दिया गया.’ गंभीर ने यूट्यूब चैनल ‘स्पोर्ट्स टुडे’ पर कहा,’अगर पंत दूसरे और तीसरे टेस्ट में अच्छा नहीं खेल सके तो क्या करेंगे. क्या फिर साहा को टीम में रखा जाएगा.’

गंभीर ने कहा कि खिलाड़ी कथनी से नहीं बल्कि करनी से सुरक्षित महसूस करते हैं, जो मौजूदा टीम मैनेजमेंट नहीं करा सकी है. गंभीर ने कहा,’यही वजह है कि टीम अस्थिर लग रही है, क्योंकि किसी में भी सुरक्षा की भावना नहीं है. पेशेवर खेल में सुरक्षा का भाव काफी जरूरी है. देश के लिए खेलने वाला हर खिलाड़ी प्रतिभाशाली होता है.’

गंभीर ने कहा,’उन्हें सुरक्षा और आश्वासन की जरूरत होती है कि वक्त पड़ने पर मैनेजमेंट उनका साथ देगा.’ उन्होंने कहा कि भारत के अलावा कोई भी विकेटकीपरों को रोटेट नहीं करता. उन्होंने कहा,’पंत और साहा दोनों के साथ काफी समय से नाइंसाफी हो रही है. हालात के अनुरूप उन्हें चुना जाता है. विकेटकीपरों के साथ ऐसा नहीं किया जाता, ऐसा गेंदबाजों के साथ होता है.’