वाराणसी (काशीवार्ता)। मायके (महंत आवास) से विदाई होने के पूर्व आज गौरा ने महादेव व भक्तों संग मायके में जमकर होली खेलीं। भक्तों ने भी बाबा व गौरा को अबीर-गुलाल से सराबोर कर दिया। इस दौरान महंत आवास पर काशी के कलाकारों द्वारा परंपरागत तरीके से सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत शिवांजलि अर्पित की गई। गौरा की विदाई के लिए आज सुबह से ही महंत आवास पर महिला-पुरुष श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की जुटान शुरु हो गयी थी।
महिलाओं द्वारा लोकाचार के तमाम मंगलगीत प्रस्तुत किये गये। इसके साथ ही हालनुमा बडेÞ कमरे में प्रतिष्ठापित की गयी महादेव, गौरा व श्रीगणेश की चल रजत प्रतिमा पर भक्त अबीर-गुलाल अर्पित कर रहे थे। स्वादिष्ट व्यंजनों, पकवानों का भोग अर्पित किया जा रहा था। महंत आवास के साथ ही पूरे क्षेत्र में उत्सव जैसा माहौल था। सभी भक्त गौरा समेत बाबा व श्रीगणेश के दर्शन को आतुर थे। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भक्तों को दर्शन के लिए भेजा जा रहा था। जिस रजत पालकी से गौरा को विदा होना था, उसे सुगंधित पुष्पों से सजाने में भक्त जुटे थे। विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डा. कुलपति तिवारी ने बताया कि सायं 4 बजे बाबा की पालकी यात्रा टेढ़ीनीम से निकलकर ढुंढिराज गणेश मार्ग से विश्वनाथ मंदिर परिसर पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि पालकी यात्रा में बाबा के भक्त अबीर-गुलाल उड़ाते हुए हर-हर महादेव का उद्घोष करते चलेंगे।