गाजीपुर (काशीवार्ता)। वाराणसी में बाढ़ से उपजे हालात का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को गाजीपुर के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे। उन्होंने गाजीपुर में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। इससे पहले एशिया के सबसे बड़े गांव गाजीपुर जिले के गहमर में प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ नाथ ने बाढ़ प्रभावित 182 परिवारों में राहत सामग्री का वितरण किया।
गहमर इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात के दौरान ही बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री भी मुख्यमंत्री ने वितरित की। इस दौरान सीएम योगी ने सभा में बाढ़ पीड़ितों के हित के लिए किए जा रहे सरकार के प्रयासों से अवगत कराते हुए तैयारियों के बारे में भी जानकारी दी। बाढ़ पीड़ितों को भरोसा दिलाया कि सरकार के सभी प्रयास बाढ़ पीड़ितों के लिए किए जा रहे हैं।
गहमर इंटर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित चार तहसील सेवराई 150, सदर 10, मुहम्मदाबाद 5 और जमानिया 17 पीड़ितों को राहत सामग्री का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम के बाद सीएम योगी ने जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ बैठक भी की।
मुख्यमंत्री सुबह 10.20 बजे गहमर पहुंचे थे। सवा ग्यारह बजे सीएम गाजीपुर से बलिया के लिए रवाना हो गए। बलिया में भी सीएम योगी बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेंगे। बाढ़ प्रभावित इलाकों का 11.40 बजे वे बलिया के देवरिया गांव में बने हेलीपैड पर उतरेंगे।
11.50 बजे नागाजी सरस्वती विद्यामंदिर में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात व राहत सामग्री का वितरण के बाद एक बजे तक जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों संग बैठक करेंगे। 1.15 बजे तक मीडिया ब्रीफिंग कर वापस रवाना हो जाएंगे। बलिया में सीएम के आगमन के मद्देनजर सदर तहसील के देवरिया गांव में हेलीपैड बनाया गया है।
बलिया और गाजीपुर में गंगा बढ़ाव पर पूर्वांचल के बलिया और गाजीपुर में गंगा लगातार बढ़ रही हैं। बलिया में खतरे के निशान से काफी ऊपर चल रही गंगा उच्चतम बाढ़ बिंदु को छूने को बेताब है। वहीं वाराणसी और चंदौली में गंगा का जलस्तर बृहस्पतिवार को स्थिर रहा। मिर्जापुर और भदोही में खतरे का निशान पार करने के बाद गंगा घटाव पर है। वहीं आजमगढ़, मऊ में घाघरा का पानी बढ़ रहा है।
वाराणसी में लगातार बढ़ाव के बाद गंगा में ठहराव दर्ज किया गया है। बनारस में सुबह 11 बजे से ही गंगा के जलस्तर में बढ़ोत्तरी नहीं हो रही है। वहीं प्रयागराज में गंगा में घटाव शुरू हो जाने के कारण बनारस में गंगा स्थिर हो गई हैं। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार रात आठ बजे गंगा का जलस्तर 72.32 मीटर पर बना हुआ है। इस सूचना के बाद निचले और तटवर्ती इलाकों के लोगों ने राहत की सांस ली है।
बलिया में खतरे के निशान से काफी ऊपर चल रही गंगा की लहरें अब उच्चतम बाढ़ बिंदु को छूने को बेताब है। उच्चतम बाढ़ बिंदु जनपद के गायघाट गेज पर 60.390 मीटर है। गंगा का जलस्तर शाम चार बजे 60.050 मीटर पहुंच गया था। अभी जलस्तर और तेजी से बढ़ने के आसार जताए जा रहे हैं। गाजीपुर में गंगा के जलस्तर में लगातार इजाफा दर्ज किया जा रहा है। विभिन्न घाटों को डुबोने के बाद पानी नवापुरा स्थित सांई मंदिर तक पहुंच गया है। वहीं कर्मनाशा भी उफान पर है।
मऊ में घाघरा का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने से दोहरीघाट कस्बा सहित तटवर्ती इलाके के लोगों की धड़कन बढ़ने लगी हैं। घाघरा के जलस्तर में 24 घंटे में 10 सेमी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
आजमगढ़ में सगड़ी तहसील के देवरांचल से होकर गुजरने वाली घाघरा नदी का जलस्तर घटने के बाद एक बार फिर बढ़ने लगा है। जलस्तर बढ़ने के साथ ही कटान तेजी से जारी है। 12 घरों पर कटान का खतरा मंडरा रहा है।
चंदौली में दर्जनों गांवों में पानी पहुंच चुका है। हजारों लोग अपना घर छोड़कर ऊंचे और सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं। गंगा का जलस्तर बृहस्पतिवार की सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक 72.32 मीटर पर स्थिर रहा। रात को 12 घंटे में गंगा का जलस्तर 31 सेमी बढ़ा। अभी भी गंगा खतरे के निशान 71.262 मीटर से 1.6 मीटर ऊपर बह रही है।
मिर्जापुर में खतरा का निशान पार कर करने के बाद गंगा की रफ्तार में बृहस्पतिवार को दोपहर बाद से तीन सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से घटाव शुरू हो गया। घटाव के चलते दो बजे तक गंगा का जलस्तर 78.350 से लुढ़क कर 78.300 मीटर तक पहुंच गया। वहीं भदोही में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान पार करने के बाद बृहस्पतिवार को एक सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से पानी कम हो रहा है। जलस्तर 80.700 तक पहुंच गया है।