वाराणसी (काशीवार्ता)। बनारसी वस्त्र उद्योग एसोशिएशन की बैठक देवेन्द्र मोहन पाठक के प्रतिष्ठान पर घनश्याम दास गुजराती की अध्यक्षता में हुई। जिसमे महापौर अशोक तिवारी व अधिकारियों द्वारा गौदोलिया से मैदागिन मार्ग को नो व्हीकल जोन करने के वक्तव्य की घोर निन्दा की गई। पाठक ने कहा, यदि इस मार्ग को नो व्हीकल जोन किया गया तो विश्व प्रसिद्ध बनारसी वस्त्र उद्योग, जो पहले से ही भयानक मन्दी के दौर से गुजर रहा है बन्दी के कगार पर पहुंच जायेगा। बनारसी साड़ी मण्डी, दवा मण्डी, सर्राफा मण्डी, बिसातबाना, होजरी, कागज, रेशम, जरी, सूती धागे, अंगड़िया, पीतल के बर्तन, खोवा एवं कई मडियां बिल्कुल बर्बाद हो जायेंगी। क्या महापौर इन मंडियों के विस्थापितों को नि:शुल्क नई दुकानें प्रदान कर सकते हैं..? शायद नहीं। ऐसे में वर्षो से दुकान चलाकर रोजी-रोटी कमा रहे लोगों को भीख मांगने के लिये छोड़ दिया जायेगा। कहा कि उद्योग धन्धा तो बन्द होगा, जो वृद्ध व्यवसायी चलने में असमर्थ हैं, उसे यह क्षेत्र भी छोड़ देना होगा। संजय शाह लड्डू ने कहा, उक्त क्षेत्र में गलियां ही गलियां हैं तथा इनमें रहने वाले एक लाख से अधिक लोगों का अपने घरों तक आना-जाना मुश्किल हो जायेगा। साथ ही स्कूल बसों से आने वाले बच्चो को लेने के लिए गौदोलिया या फिर मैदागिन जाना होगा, जो यह सम्भव नहीं है। बैठक के दौरान राजन बहल ने कहा, काशी की गलियां ही पुरातन काशी है, पौराणिकता को पता नहीं क्यों लोग समाप्त करना चाहते हैं। आज क्षेत्र में रहने वाले लोग यदि गंभीर बीमार हो जाएं तो एम्बुलेन्स के इन्तजार में परलोक सिधार जायेंगे। अत: इस अव्यहारिक प्रस्ताव को तुरन्त समाप्त किया जाना चाहिए। पवन मोदी ने कहा, हमें क्षेत्र के सभी व्यापार मण्डलों एवं नागरिकों से वार्ता कर प्रस्ताव का विरोध करना चाहिए। प्रशासन या महापौर न मानें तो आन्दोलन के लिये भी तैयार रहना चाहिए।अध्यक्ष घनश्याम दास गुजराती ने कहा, हम यथाशीघ्र इस क्षेत्र के अन्य व्यापार मण्डलों एवं नागरिकों के साथ बैठक कर इस प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे। बैठक में विजय कपूर, हरिमोहन साह, राजेन्द्र मेहरा, सिद्धार्थ कपूर, शैलेन्द्र रस्तोगी, पवन मोदी, पंकज शाह, सचिन रतेरिया, मनीष साह, सौरभ जैन, आशीष पोद्दार आदि मौजूद रहे।
व्यापारियों के खिलाफ है नो व्हीकल जोन
वाराणसी(काशीवार्ता)। मैदागिन-गोदौलिया मार्ग को नो व्हीकल जोन घोषित करना व्यापार और व्यापारियों के खिलाफ दमनात्मक कदम है। नगर निगम की पहल पर यदि प्रशासन ने ऐसा किया तो इस क्षेत्र का व्यापार पूरी तरह चौपट हो जायेगा। उक्त विचार बनारसी साड़ी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की बैठक में वक्ताओं के रहे। रामघाट संस्कृत विद्यालय में हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए एसोएिशन के अध्यक्ष डा. अंजनी कुमार मिश्रा ने कहा कि नो व्हीकल जोन होने से अंगड़िया व्यवसाय पूरी तरह ठप हो जायेगा। यदि यह नियम लागू हुआ तो अंगड़िया व्यवसायी आंदोलन को बाध्य होंगे। बैठक में निनित शाह, पुनीत धवन, राम अग्रवाल, संजू मोहले, राकेश सिंह, स्रेह सिंह, प्रदीप जैन, इंदर सिंह आदि रहे।
ये व्यवसाय होंगे प्रभावित
बनारसी साड़ी, सराफा, दवा, होजरी, कागज, रेशम व्यवसाय, जरी, सूती धागे, अंगड़िया, पीतल के बर्तन, खोवा, जनरल स्टोर के थोक व्यवसाय, हार्डवेयर, राजा दरवाजा की थोक मंडी, दालमंडी का होलसेल बाजार।