लाभार्थियों का संतृप्तिकरण सरकार का उद्देश्य


भदोही। प्रधानमंत्री के 31 मई को प्रस्तावित वर्चुअल तरीके से लाभार्थियों के साथ संवाद कार्यक्रम के संबंध में जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने विस्तृत उद्देश्य एवं रूप रेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा वर्तमान में विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है इन योजनाओं के अभिसरण के माध्यम से पात्र लाभार्थियों को संतृप्तिकरण सरकार का उद्देश्य है जिससे अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को सम्मान के साथ जीवन व्यतीत करने में मदद मिल सके। वर्तमान में देश अजादी का अमृत महोत्सव मना रहा हैं। कार्यक्रम में योजनाओं के क्रियान्वयन, उसके प्रभाव तथा इनके सुधार पर भी चर्चा प्रस्तावित हैं। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया है कि हमें कार्यक्रमों को एक संतृप्ति दृष्टिकोण के साथ लागू करना चाहिए और किसी भी नागरिक पीछे नहीं रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण और शहरी दोनों), प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, पोषण अभियान प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण और शहरी दोनों), जल जीवन मिशन और अमृत, प्रधानमंत्री स्व निधि योजना, वन नेशन वन राशन कार्ड, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आयुष्मण भारत हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना, उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन आदि योजनाओं के संबंध में प्रधानमंत्री वर्चुअल वार्तालाप करेंगे। उन्होंने बताया कि इस दौरान सांसद, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लाक प्रमुख आदि उपस्थित रहेंगे। यह वर्चुअल वार्तालाप 9:45 से 10:50 तक मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में लोकभवन एवं पूर्वान्ह 11:00 बजे से 12:15 बजे तक शिमला में आयोजित राष्ट्रीय कार्यक्रम में प्रधानमंत्री वार्तालाप करेंगे। वर्चुअल संवाद में लाभार्थियो से वार्ता एवं प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (11वीं किश्त) का वितरण पर फोकस किया जायेगा।