वाराणसी(काशीवार्ता)। जीएस मेमोरियल हॉस्पिटल के चिकित्सकों ने एक युवती के विकृत जबड़े को कम्प्यूटर ग्राफिक व 3डी प्रिंटिंग के जरिये बदल दिया। लगभग 8 घंटे तक चली सर्जरी के बाद यह कीर्तिमान स्थापित हुआ। इस संबंध में एक पत्रकार वार्ता के दौरान जीएस मेमोरियल हॉस्पिटल के प्लास्टिक सर्जन डा. सुबोध कुमार सिंह ने बताया कि 9 वर्ष की आयु से ही हमारी देखरेख में थी। चूंकि इस उम्र में आॅपरेशन करना उचित नहीं था इसलिए 15 साल की आयु में उसकी सफल सर्जरी की गई। उन्होंने बताया कि विकृत जबड़े की वजह से वे डिप्रेशन से ग्रस्त थी। पूर्वांचल में इस तरह का यह पहला आॅपरेशन है, जिसमें चेहरे की संरचना में परिवर्तन हुआ। उन्होंने बताया कि इसमें 3डी सीटी स्कैन व कम्प्यूटर एडेड डिजाइनिंग का उपयोग टाइटेनियम के जबड़े के जोड़ को बनाने और अस्थि को संवर्धित करने के लिए किया गया। सर्जरी में डा. इशांत सिंह, डॉ. गौरव नय्यर, डा. अभिनव राज, डा. प्रतिमा राठौर भी शामिल रहीं।