वाराणसी(काशीवार्ता)। देशभर में लॉकडाउन 25 मार्च से लागू हुआ था परंतु बनारस में इसे 22 मार्च से ही लागू कर दिया गया। 21 मार्च की रात 8 बजे पीएम मोदी के संबोधन एवं आह्वान कि 22 को देशभर में कोरोना योद्धाओं के लिए 5.30 बजे थाली-ताली बजाएं। बनारस में भी थाली-ताली जमकर बजी परंतु रात ने ही जिला प्रशासन में अगले तीन दिनों के लिए लोकल स्तर पर लॉकडाउन कर दिया। इस दौरान आवश्यक वस्तुओं की भी आपूर्ति बंद थी, फिर 25 मार्च को देशभर में लॉकडाउन लागू होने पर बनारस भी लॉक हो गया।
इस प्रकार बनारस ने देश के दूसरे जिलों से 3 दिन ज्यादा लॉकडाउन का दंश झेला। अब जब आज लॉकडाउन के 60वें दिन प्रशासन की नई गाइडलाइन के आधार पर चरणबद्ध तरीके से सभी जिंसोंं के बाजार खुले तो शहर गुलजार हो उठा। शहर के प्राय: सभी क्षेत्रों में जहां अब तक मातमी सन्नाटा था, वहां रौनक लौटी दिखी। लॉकडाउन की छूट में जिन जिंसों की दुकानों को अब तक खोलने की अनुमति नहीं मिली थी। नई व्यवस्था के तहत आज वे भी खुली मसलन रेडीमेड वस्त्र फुटकर साड़ी, सराफा, फुटवियर, मिष्ठान, सैलून आदि।
इन दुकानों पर कड़ी धूप के बावजूद ग्राहक भी पहुंचे। आज सातवें दिन सभी खुलने वाली दुकानों के संचालक ने बोहनी की। इस दौरान दुकानदारों के चेहरे खिले दिखे। बाजारों में सर्वाधिक भीड़ ईद की खरीदारी करने वाले ग्राहकों की रही। प्रशासन के निर्देश पर आज सड़क के बायीं पटरी के दुकानों को खोलने की इजाजत मिली।