ग्वालियर को गडकरी ने दी करोड़ों की सौगात पर धन्यवाद के साथ-साथ सिंधिया ने माफी क्यों मांगी?


सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के जरिए नितिन गडकरी लगातार अलग-अलग प्रदेशों को नई-नई सौगातें देते रहते हैं। इसी कड़ी में उन्होंने मध्यप्रदेश को भी 1814 करोड़ की सड़कों की सौगात दी है। नितिन गडकरी के इस कदम की सराहना करते हुए केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनका धन्यवाद किया। दरअसल, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने प्रदेश में 600.13 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजना को अनुमति प्रदान की है। इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट के जरिए केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का धन्यवाद दिया। धन्यवाद के साथ साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया ने नितिन गडकरी से माफी भी मांग ली। सवाल यही उठता है कि आखिर नितिन गडकरी से सिंधिया ने माफी क्यों मांगी?

सबसे पहले बताते हैं कि आखिर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर क्या कहा। मध्य प्रदेश के लिए एक बहुत बड़ी सौगात! CRIF योजना के अंतर्गत राज्य में कुल 1814 करोड़ की लागत से 23 सड़क निर्माण कार्यों को स्वीकृति प्रदान करने के लिए नितिन गडकरी का ह्रदय से आभार। केंद्र-राज्य की डबल इंजन की सरकारें बुलेट की गति से प्रदेश का कायाकल्प करने में जुटी हैं। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि अन्य 3 परियोजनाओं में निम्न भी शामिल हैं:

1.भितरवार-करहिया-चीनौर की ग्वालियर ग्रामीण के लिए प्रमुख सड़क (32.8 km, लागत:74.8 cr)

2.छितौली-रानीघाटी-रानीघाटी मंदिर सड़क (11.6 km, लागत:28.5 cr) 

3.डबरा-पिछोर सड़क से लेकर कटारे बाबा की समाधी-सरनागत बडेरा सड़क (4.7 km, लागत:4.9 cr)

सिंधिया ने ट्वीट कर आगे लिखा कि ग्वालियर ग्रामीण क्षेत्र की जनता का स्वप्न पूरा करने के लिए नितिन गडकरी बहुत-बहुत ध्न्यवाद! मेरे द्वारा हुई किसी भी तक़लीफ़ के लिए माफ़ी। इस परियोजना की स्वीकृति के लिए आपका ऋणी रहूंगा। माना जा रहा है कि सिंधिया अक्सर अपने क्षेत्र में कई परियोजनाओं की मंजूरी की मांग करते रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने कई दफा सवाल-जवाब भी किया है। यही कारण है कि उन्होंने माफी की मांग की है। साथ-साथ यह भी बताया जा रहा है कि नितिन गडकरी भी पूर्व में सिंधिया से माफी मांग चुके हैं। दरअसल 2018 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के लोकसभा क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग का उद्घाटन किया गया था। लेकिन सांसद होने के बावजूद भी सिंधिया को आमंत्रित नहीं किया गया था। सिंधिया ने इस मुद्दे को संसद में उठाया था जिसके बाद गडकरी ने माफी मांगी थी।