वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में कोर्ट के आदेश के मुताबिक सर्वे-वीडियोग्राफी का कार्य पूरा हो गया है। हिंदू पक्ष की ओर से बड़ा दावा किया गया है। हिंदू पक्ष का कहना है कि सर्वे में 12.8 फीट का शिवलिंग मिला है। अब इसको लेकर बयान आने भी शुरू हो गए हैं। विश्व हिंदू परिषद के आलोक कुमार का भी बयान सामने आ गया है। आलोक कुमार ने कहा है कि वाराणसी के ज्ञानवापी में सर्वे के दौरान एक कमरे में शिवलिंग प्राप्त हुआ है, बहुत आनंद का समाचार है। दोनों पक्षों की और उनके वकीलों की उपस्थिति में उसे प्राप्त किया गया है। इसलिए वो स्थान जहां शिवलिंग है, वो मंदिर है, अब भी है और 1947 में भी था।
एएनआई के मुताबिक आलोक कुमार ने आगे कहा कि मामला न्यायालय में है, न्यायालय ने उस हिस्से को संरक्षित किया है, पुलिस अधिकारियों की ज़िम्मेदारी लगाई है कि कोई छेड़छाड़ न हो। न्यायालय का निर्णय आने के बाद हम इसके बारे में आगे विचार करेंगे। तब विश्व हिन्दू परिषद तय कर पाएगी कि आगामी कदम कौन से होंगे। वहीं, केशव प्रसाद मौर्य ने ट़्वीट कर बाबा के प्रकट होने की बात कही है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर ज्ञानवापी में बाबा महादेव के प्रकटीकरण ने देश की सनातन हिंदू परंपरा को एक पौराणिक संदेश दिया है। डिप्टी सीएम के इस बयान ने ज्ञानवापी पर चल रही बहस को एक नया रूप दे दिया है। इसके साथ ही एक अन्य ट्वीट में मौर्य ने लिखा कि “सत्य” को आप कितना भी छुपा लीजिये लेकिन एक दिन सामने आ ही जाता है क्योंकि “सत्य ही शिव” है। बाबा की जय, हर हर महादेव।
आपको बता दें कि वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में तीन दिन तक चले सर्वे का काम खत्म हो गया है। तीसरे दिन सर्वे टीम ने नंदी की मूर्ति के पास के कुएं की पड़ताल हुई। हिंदू पक्ष के वकील विष्णु जैन का दावा है कि कुएं के अंदर शिवलिंग मिला और वो कब्जे में लेने के लिए सिविल कोर्ट जा रहे हैं। हालांकि हिंदू पक्ष के दावे को मुस्लिम पक्ष ने खारिज कर दिया। वाराणसी में कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष सहायक आयुक्त एडवोकेट विशाल सिंह ने कहा कि हम जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट देने का प्रयास करेंगे। निर्बाध तरीके से कराया गया सर्वे।