ज्ञानवापी सर्वे पर ओवैसी बोले- वह मस्जिद थी और कयामत तक रहेगी, मस्जिदों की रक्षा हमारी जिम्मेदारी


वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में कोर्ट के आदेश के बाद सर्वे और वीडियोग्राफी का काम पूरा हो गया है। तीसरे दिन का काम पूरा होने के बाद हिंदू पक्ष के वकील ने दावा किया कि कुए के अंदर शिवलिंग मिला है। जबकि मुस्लिम पक्ष की ओर से इसे खारिज कर दिया गया। अब इसी को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने दावा किया कि सत्य को आप कितना भी छुपा लीजिए, लेकिन एक दिन सामने आ ही जाता है। इसके जवाब में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है। आपने पलटवार में ओवैसी ने साफ तौर पर कहा कि ज्ञानवापी मस्जिद थी और कयामत तक रहेगी। ओवैसी ने अपने एक बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर डाला है जिसमें वह साफ तौर पर कहती सुनाई दे रहे हैं कि हम बाबरी के बाद किसी और मस्जिद को नहीं खोएंगे। 

ओवैसी के इतना कहते ही वहां मौजूद लोग भी उनकी बातों में हां में हां मिला रहे हैं। ओवैसी ने साफ तौर पर कहा है कि मस्जिद है और कयामत तक रहेगी। उन्होंने कहा कि अपनी मस्जिदों की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। इसके साथ ही ओवैसी ने एक और ट्वीट किया। अपने ट्वीट में ओवैसी ने लिखा कि यह बाबरी मस्जिद में दिसंबर 1949 की पाठ्यपुस्तक की पुनरावृत्ति है। यह आदेश ही मस्जिद के धार्मिक स्वरूप को बदल देता है। यह 1991 के एक्ट का उल्लंघन है। यह मेरी आशंका थी और यह सच हो गया है। ज्ञानवापी मस्जिद फैसले के दिन तक मस्जिद थी और रहेगी इंशाअल्लाह। 

इससे पहले ओवैसी ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) सहित सभी विपक्षी दलों की चुप्पी पर सवाल उठाया था और आरोप लगाया कि ये दल इसलिए चुप हैं, क्योंकि मुसलमान उनके वोट बैंक नहीं हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ज्ञानवापी परिसर की सर्वे में शिवलिंग प्राप्त होने के समाचार से शिव भक्त के नाते मैं बहुत खुश हूं। सदियों से जो नंदी बाबा की प्रतीक्षा थी कि कब भोलेनाथ मिलें और कब मैं उनके दर्शन करूं, वो सर्वे में शिवलिंग मिलने से सब स्पष्टता हो गई है।