वाराणसी(काशीवार्ता)। काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित सर सुंदरलाल चिकित्सालय के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख व इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंसेज के प्रोफेसर डॉ. ओमशंकर ने बीएचयू के कुलपति व चिकित्सा अधीक्षक पर महामना की बगिया को उजाड़ने का आरोप लगाया है। इसके अलावा उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाते हुए बीएचयू प्रशासन को तीन माह का अल्टीमेटम दिया है। कहा है कि यदि समय रहते व्यवस्था में सुधार नही हुआ और भ्रष्ट लोगों पर कार्रवाई नहीं हुई तो वह आमरण अनशन के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि अनशन के दौरान भी उनकी मरीजों की सेवा जारी रहेगी। प्रो. ओमशंकर ने शुक्रवार को अपने कक्ष में पत्रकारवार्ता की। उन्होंने कहा कि धन के लोभ में यहां मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने चिकित्सा अधीक्षक पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया। कहाकि चिकित्सा अधीक्षक द्वारा मल्टी सुपर स्पेशियल्टी वार्ड में बने 41 बेड जो कार्डियोलॉजी विभाग को दिये गये हैं, उस पर ताला जड़ दिया है। इस सम्बंध में हमने कुलपति और चिकित्सा अधीक्षक को पत्र लिखा तो उन्होंने यह जवाब दिया कि पहले आप सर सुंदरलाल चिकित्सालय वार्ड का 45 बेड छोड़ दें तो आपको 41 बेड मल्टी सुपर स्पेशिलिटी में दिया जाएगा। उन्होंने कहाकि जिस इलाज को हम तीस से 40 हजार में करते हैं वही इलाज एक से डेढ़ लाख रुपए में किया जा रहा है।