रूस लगातार यूक्रेन पर हमला कर रहा है जिससे युद्ध के पहले दिन यूक्रेन में 137 लोगों की मौत हो गई है। इसकी जानकारी खुद यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की द्वारा दी गई है।वहीं यूक्रेन दावा कर रहा है कि, उसने रूस को काफी नुकसान पहुंचाया है। यूक्रेन के रक्षा मंत्री हना मलयार के मुताबिक, रूस के 7 एयरक्राफ्ट, 6 हेलिकॉप्टर, 30 टैंक को नष्ट किया गया है।
बेबस नजर आ रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की
रूसी हमलों के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की काफी बेबस नजर आ रहे हैं। एक तरफ जहां अमेरिका ने यूक्रेन की मदद करने से साफ इंकार कर दिया है वहीं दूसरी और यूक्रेन में मिलाइली हमलों से मासूम लोगों की मौत हो रही है। इसी बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति ने वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें रूस से लड़ने के लिए अकेला छोड़ दिया गया है। उनका यह बयान ऐसे समय पर आया है जब रूस की सेना यूक्रेन में पूरी तरह से दाखिल हो गई है। बता दें कि, यूक्रेन की राजधानी कीव में एक के बाद एक मिसाइल हमले हो रहे हैं जिससे अब लोगों को यूक्रेन के मेट्रो स्टेशन और बंकर में छिपने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। रूस के लड़ाकू यूक्रेन के शहरों पर बम बरसा रहे हैं। वहीं अमेरिका ने अपने हाथ खड़े कर दिए है। जो बाइडेन ने साफतौर पर कह दिया है कि, वह अपने सेना यूक्रेन नहीं भेजेगा।
सीएनएन की खबर के मुताबिक यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने यूरोप के 27 नेताओं से बात की और पूछा कि क्या यूक्रेन नाटो में होगा। ज़ेलेंस्की ने कहा कि सब डरते हैं , कोई जवाब नहीं देना चाहता है।जेलेंस्की ने कहा कि आज हम जो सुन रहे हैं यह रॉकेट विस्फोट, लड़ाई और विमान की गर्जना नहीं है बल्कि सभ्य दुनिया के साथ रूस के रिश्ते को खत्म करने के लिए लोहे के पर्दे की आवाज है। बता दें कि, यूक्रेन को नाटो देशों की ओर से भी कोई मदद नहीं मिल रही है।