हाय मंहगाई! तुझे मौत क्यूं न आई…


वाराणसी (काशीवार्ता)। पेट्रोल व डीजल में हो रही लगातार मूल्य वृद्धि से आम जनता कराह रही है। दैनिक जरूरतों के लिए वाहनों के उपयोग की बाध्यता से वैश्विक महामारी का दंश झेल रही जनता की जेब जहां ढीली हो रही वहीं डीजल के दामों में मूल्य वृद्धि से महंगाई ने भी तांडव शुरू कर दिया है। तमाम दैनिक उपयोग की वस्तुएं महंगे दामों पर बिक रही है। फिल्म अभिनेता मनोज कुमार द्वारा निर्देशित फिल्म रोटी कपड़ा और मकान की याद वर्तमान में बरबस ही ताजा हो जाती है। जिसमें गाना था ‘हाय महँगाई, महँगाई महँगाई, तू कहाँ से आई, तुझे क्यूँ मौत न आई’ सच होती नजर आ रही है। पहले इंसान मुट्ठी में पैसा लेकर बाजार जाता था और झोला भरकर सामान लाता था। लेकिन अब वक्त बदल गया है लोग झोला भरकर पैसा लेकर बाजार जाते हैं और मुट्ठी भर सामान लेकर घर वापस आते हैं। आलम यह है कि रसोई में महंगाई की आग लग चुकी है।
कभी पीटते थे छाती अब कर रहे भेद-भाव-प्रजानाथ शर्मा
जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा ने कहा कि भाजपा की केंद्र व प्रदेश की सरकार

हर मोर्चे पर विफल है चाहे वो देश की सुरक्षा का सवाल हो या महंगाई। कांग्रेस की सरकार में पेट्रोल-डीजल और गैस सिलिंडर के दाम बढ़ने पर बीजेपी के शीर्ष नेता अपनी छाती पीटते थे। वर्तमान समय में मंहगाई का आलम यह है कि तेल, गैस, सब्जी और खाद्य पदार्थों के दाम आसमान छू रहे हैं। गरीब व मध्यम वर्गीय परिवारों की थाली से दाल-सब्जी गायब हो गयी है। बावजूद इसके केंद्र व प्रदेश की सरकार तथा पार्टी के नेता जनता में आपसी भेद-भाव पैदा करने के लिए मंदिर-मस्जिद, हिंदू-मुसलमान, भारत-पाकिस्तान का तान छेड़ कर राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं।
ब से भाजपा की सरकार आई है कमर तोड़ महंगाई आई-समद अंसारी
सपा के पूर्व विधायक समद अंसारी ने कहा कि जब से भाजपा की सरकार आई है कमर तोड़ महंगाई

चरम पर पहुंच गई है। भाजपा के नेता अब जान चुके हैं कि 2022 विधानसभा चुनाव के बाद वे सत्ता में नहीं आने वाले। यही हाल केंद्र सरकार का है। 2024 के चुनाव में वो भी सत्ता से बाहर हो जायेगी। कहा कि जिस दिन से जीएसटी लागू हुआ है उस दिन से महंगाई बढ़ती चली जा रही है। कोरोनाकाल में केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों को 60 रुपये का राशन नि:शुल्क दिया जा रहा है। उससे कई गुना ज्यादा प्रचार-प्रसार में सरकार खर्च कर रही है। डीजल-पेट्रोल के प्रतिदिन बढ़ते दामों के कारण बुनकरों के करघे महंगाई के चलते बन्द पड़े हैं।

महंगाई के खिलाफ वाम दलों का प्रदर्शन
पेट्रोल, डीजल की मूल्य वृद्धि वापस लो, आवश्यक वस्तु व दवाओं के दाम बांधो की मांग को लेकर

वामपंथी दलों ने आज वरूणापुल के शास्त्री घाट पर धरना दिया। इस दौरान पीएम मोदी व सीएम योगी आदित्यनाथ को सम्बोधित पत्रक जिलाधिकारी को सौंपा। धरने की अध्यक्ष्यता भाकपा मंडल के जिलामंत्री जयशंकर सिंह व माकपा के जिलामंत्री नन्दलाल पटेल ने किया। वक्ताओं ने कहा कि पूरा देश कोविड-19 महामारी का मुकाबला कर रहा है व सरकार य प्रदेश सरकार कोरोना महामारी से उत्पन्न हुई परिस्थिति का फायदा उठाकर सारा बोझ जनता पर डालना चाहती है। जबकि कोरोना के चलते लोगों की हालत पहले से ही खराब है और जनता की आर्थिक बिगड़ चुकी है। उसके बावजूद पेट्रोल व डीजल के दामों में लगातार मूल्य वृद्धि किया जा रहा है। जिसकी वजह से सभी सामानों की कीमत बढ़ गई है। वामपंथी दलों ने सरकार से मांग की है कि कालाबाजारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाए।
बढ़ती महंगाई को लेकर सौंपा ज्ञापन

पेट्रोल, डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी को लेकर आज पीस पार्टी ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। पार्टी के सदस्यों ने ज्ञापन के माध्यम से बढ़ती महंगाई के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार द्वारा भारी भरकम टैक्स लगाए जाने के कारण पेट्रोल, डीजल की कीमतें सौ रुपये के लगभग पहुंच गयी है। सरसों का तेल 220 रुपये लीटर बिक रहा है तथा रसोई गैस की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि से आम जनता की कमर टूट गई है। लोग महंगाई से हलकान होकर चौतरफा मार झेल रहे हैं। लोगों के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ कर पाना मुश्किल हो गया है।