मिजार्मुराद(वाराणसी)। स्थानीय थाना क्षेत्र के राजपुर-अषाढ गांव की सीमा इस समय सुर्खियों में हैं। यहां लक्जरी गाड़ियों से जुआड़ी बगीचे में जुआ खेलने पहुंच रहे हैं। यहां दिन में ताश के पत्ते फेटे जा रहे हैं और लाखों का वारा-न्यारा हो रहा है। जुआरियों के जमावड़े से ग्रामीण परेशान हैं और किसी दिन अनहोनी की आशंका व्यक्त कर रहे हैं। वहीं पुलिस इस घटना से अनजान बनी है। बताते हैं कि यह जुए का अड्डा पहले रूपापुर गांव के आसपास चलता था। पिछले दिनों ढाबा संचालक की हत्या के बाद जुआरियों का अब यह नया ठिकाना हो बन गया है। मिजार्मुराद थाना का मोंगलावीर ताल ही जुआ के लिए चर्चा में रहा। क्योंकि इस ताल के आसपास भी बड़ी संख्या में जुआरियों का जमावड़ा लगता रह है। लेकिन पिछले पांच दिनों से राजपुर गांव का बगीचा हाईटेक जुआरियों का नये अड्डा बन गया है। सुबह 11 बजते ही भदोही व मिजार्पुर समेत विभिन्न जगहों के जुआरी लक्जरी गाड़ियों व बाइक से यहां पहुंच जाते हैं। यहां जुआरियों को छोड़कर गाड़ियां निकल जाती हैं। इसके बाद शाम तक जुए का दौर चलता रहता है। चर्चा हैं कि कुछ सफेदपोश लोग इस जुए के अड्डे को संचालित करा रहे हैं। इसमें खजुरी पुलिस चौकी के दो सिपाहियों की भूमिका संदिग्ध है। हांलाकि थाना प्रभारी आनंद चौरसिया का कहना हैं मेरे संज्ञान में ऐसी कोई बात नहीं आई हैं। लेकिन जांच कराकर जुआरियों की धर-पकड़ की जाएगी।