गाजीपुर (काशीवार्ता)। शासन ने इस बार प्राथमिक शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने और अंग्रेजी माध्यम स्कूलों से आगे निकलने के लिए एक जुलाई की बजाय भीषण गर्मी में 16 जून से स्कूल खोलने के आदेश दिए हैं। महानिदेशक बेसिक शिक्षा विजय किरण आनंद ने कहा है कि हरहाल में समस्त बीईओ भ्रमणशील होकर विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित कराएंगे। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। जबकि शिक्षकों ने इस गर्मी में स्कूल खोलने पर एतराज जताया है। कहा है कि जिले के विद्यालय गर्मी को झेलने के योग्य नहीं हैं, इसलिए पहली जुलाई से विद्यालयों को खोला जाए। तब तक मौसम भी अनुकूल हो जाएंगे।
जिले के 2726 परिषदीय विद्यालयों में इस बार सवा तीन लाख बच्चे पंजीकृत हैं। मौजूदा बीएसए के प्रयास से 30 हजार से अधिक बच्चों का नामांकन जिले के विद्यालयों में कराया गया है। इसमें शिक्षकों एवं खंड शिक्षा अधिकारियों ने मेहनत की थी। 30 मई को विद्यालय बंद हो गए थे। इधर शासन ने प्राथमिक शिक्षा को और मजबूत बनाने के लिए मंथन किया और निर्णय लिया कि 16 जून को प्रदेश के समस्त जिलों के परिषदीय विद्यालयों को खोल दिया जाए। ताकि समय से पहले नए सत्र की शुरूआत की जाए। शासन के निर्देश के क्रम में बीएसए हेमंत राव ने नए सत्र की तैयारी जून के प्रथम सप्ताह से ही शुरू कर दी थी। उन्होंने समस्त बीईओ को निर्देशित किया कि 16 जून से विद्यालय खुलने से पहले उसकी बेहतर ढंग से साफ सफाई कराई जाए। इसके बाद एमडीएम के भोजन बनाने के संबंध में दिशा निर्देश दिया जाए। नए सत्र के पहले दिन बच्चों के प्रथम दिन आगमन पर समारोह पूर्वक स्वागत किया जाए। पाठ्य पुस्तकों के वितरण करने के लिए एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कर दिए गए हैं। दस दिन के भीतर पुस्तकें जिले को प्राप्त होना शुरू हो जाएंगी। बच्चों को लू से बचाने के लिए प्रत्येक विद्यालयों में पेयजल के बेहतर इंतजाम किए जाएं। कंपोजिट ग्रांट से बच्चों के लिए दवा का भी इंतजाम किया जाए। इसमें लापरवाही नहीं होनी चाहिए। उन्हें हवादार कमरों में बैठाया जाए।