….जब पुलिस की शह हो तो कैसे हो सोशल डिस्टेंसिंग


वाराणसी(काशीवार्ता)। एक तरफ वाराणसी जनपद में कोरोना मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है वहीं जिला प्रशासन की तमाम सख्तियों के बावजूद खुलेआम कई सब्जी मंडियों में सोशल डिस्टेंसिंग का माखौल उड़ाया जा रहा है। इसमें सारनाथ की पंचकोशी सब्जी मंडी का नाम सबसे ऊपर है। रोज सबेरे हजारों की संख्या में सब्जी विक्रेता व ग्राहक इस मंडी में जुटते हैं। कहना न होगा कि इस दौरान न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाता है न ही मास्क लगाने का। लोग वेखौफ होकर मंडी में एक दूसरे से सटकर ऐसे विचरण करते हैं मानों कोई आपदा आयी ही न हो। आरोप है कि मंडी के सब्जी विक्रेताओं से सारनाथ पुलिस को कारखासों के माध्यम से हफ्ता पहुंच जाता है। बदले में उन्हें मंडी में मनमाने तरीके से बेचने की छूट मिल जाती है। बताया जाता है कि अगर मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन हो तो यह मंडी छोटी पड़ जायेगी। ज्यादातार विक्रेता सब्जी नहीं बेच पाएंगे। इसी का नाजायज फायदा उठाकर पुलिस यहां से अवैध वसूली करती है। जिले में तेज तर्रार पुलिस कप्तान की मौजूदगी तथा डीएम की सख्ती का भी सारनाथ पुलिस पर कोई असर नहीं है। क्षेत्रवासी पुलिस के रवैये से हैरान है। ज्ञात हो कि पिछले दिनों लमही में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर मंडी को सील कर दिया गया था। विके्रताओं ने सब्जियां सड़क पर फेंक कर विरोध भी जताया था परन्तु इसका प्रशासन पर कोई असर नहीं हुआ था और नियम का कड़ाई से पालन कराया गया। इसी प्रकार सिगरा पुलिस ने भी चन्दुआ सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया था और सड़क पर फुटकर सब्जी मंडी नहीं लगने दी। परिणाम स्वरूप जाम से मुक्ति मिली साथ ही गंदगी व संक्रमण से भी बचाव हुआ।