वाराणसी(काशीवार्ता)। हरितालिका तीज पर आज सुहागिन महिलाओं ने निराजल व्रत रख अपने पति की लंबी आयु की कामना की। वहीं कुंवारी लड़कियों ने भी योग्य वर के लिए व्रत रखा। मुहूर्त के अनुसार व्रतियों ने मिट्टी व बालू से निर्मित शिव-पार्वती की मूर्तियों की विधिवत पूजा-अर्चना की। इसके बाद मंगला गौरी का दर्शन कर सुख समृद्धि का वरदान मांगा। लगभग एक सप्ताह पर्वू से ही महिलाओं व युवतियों ने तीज पर नये परिधान के लिए बाजारों की खाक छानी और मनपसंद परिधान खरीदकर आज उसे धारण किया। शृंगार सामग्री की खरीददारी के साथ ही मैचिंग की चुड़िया भी खरीदी तथा पूर्व संख्या पर हाथों पर मेहंदी भी रचाई। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माता पार्वती ने शिव जी को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तप किया था। कठोर तप को देखकर शिव जी ने उन्हें दर्शन दिए और अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। तभी से अच्छे पति की कामना और पति की लंबी आयु के लिए महिलाएं इस दिन व्रत रखती हैं। इस दिन महिलाएं 24 घंटे से भी अधिक समय तक निर्जल उपवास कर गौरी-शंकर की पूजा अर्चना करती हैं। दूसरे दिन सुबह पूजा के बाद ही व्रत खोलती हैं।