वाराणसी । उत्तर प्रदेश शासन में सचिव राष्ट्रीय एकीकरण के पद पर तैनात रहे सीनियर आइएएस अधिकारी अजय कुमार सिंह ने शनिवार सुबह दम तोड़ दिया। वाराणसी में विधान परिषद चुनाव में पर्यवेक्षक के रूप में काम कर रहे अजय कुमार सिंह की तबीयत शुक्रवार सुबह अचानक बिगड़ गई।
सर्किट हाउस में हार्ट अटैक के बाद उनको निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पर दोपहर बाद उनकी सेहत में सुधार हो रहा था। इसके बाद आज तड़के उनकी तबीयत फिर बिगड़ गई और उन्होंने दम तोड़ दिया। उनकी पत्नी नीना शर्मा भी 1998 बैच की आइएएस अधिकारी हैं। उनकी ड्यूटी आब्जर्वर के तौर पर आगरा में लगी थी। सुबह से ही उनको दिल्ली ले जाने की कवायद शुरू हो गई थी।हास्पिटल से एयरपोर्ट ले जाने के लिए बीएचयू की एम्बुलेंस भी हास्पिटल पहुंच गई थी।
विधान परिषद चुनाव में लखनऊ से जनपदीय पर्यवेक्षक के रूप में वाराणसी में सेवा दे रहे अजय कुमार सिंह को शुक्रवार को हृदयाघात होने पर शुभम हॉस्पिटल में तत्काल भर्ती कराया गया। सर्किट हाउस में अचानक तबीयत खराब होने पर उनको शुभम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां शुभम हॉस्पिटल के साथ ही साथ सर सुंदर लाल चिकित्सालय बीएचयू के कार्डियोलोजिस्ट एवं न्यूरोलॉजिस्ट के परामर्श, देखरेख एवं सतत निगरानी में उनका इलाज चल रहा था। दोपहर तक उनके स्वास्थ्य की स्थिति गंभीर बनी हुई थी। इसके बाद सुधार होने लगा। सॢकट हाउस में सुबह अचानक तबीयत खराब हुई। उन्हेंं कार्डियक अरेस्ट हुआ। सीएमओ डा. वीबी सिंह के अनुसार उनको न्यूरो, गुर्दा व रीनल प्राब्लम भी थी। उनको कल सुबह पास नहीं हो रहा था, दोपहर बाद उसमें सुधार हो गया था।
अजय कुमार सिंह की पत्नी आइएएस अफसर नीना शर्मा भी आगरा में चुनाव पर्यवेक्षक प्रेक्षक के रूप में सेवा दे रही थीं। वह भी कल दिन में शुभम हास्पिटल पहुंचीं। अजय कुमार सिंह 1998 बैच आइएएस अफसर थे और उत्तर प्रदेश शासन मे वह सचिव राष्ट्रीय एकीकरण के पद पर तैनात थे। विधान परिषद शिक्षक सीट की चुनाव प्रक्रिया के दौरान वह गुरुवार रात को वाराणसी के पहाड़िया मंडी में चल रही मतगणना में देर रात तक मौजूद थे, उसके बाद वह सर्किट हाउस चले गए। शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे सर्किट हाउस में वह अचानक गिर पड़े। सुरक्षाकर्मियों ने स्थानीय प्रशासन के सहयोग से आनन-फानन उन्हेंं निजी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टर्स के मुताबिक, हार्ट अटैक के कारण वह अचेत होकर गिर गए थे।