सरकार की गौरव गाथा के बीच सूख रहे लोगों के हलक


वाराणसी। एक तरफ जहां सरकार के नुमाइंदे विकास की गौरव गाथा गा रहे हैं वहीं बिजली पानी को लेकर व्यवस्था पूरी तरह से बेपटरी होती दिख रही है। इस भीषण गर्मी में जहां कटौती अभिशाप बन गई है वहीं शहर के कई क्षेत्रों में जलापूर्ति सुचारू नहीं होने से पानी के लिए लोग त्राहिमाम कर रहे हैं। ऐसा ही शिवपुर का इलाका नारायणपुर, तुलसीपुर बिहार, विश्वनाथपूरी, बसही, अशोकपुरम कॉलोनी का है। यहां रहने वाले हजारों लोग पानी के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं। क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि वे पिछले 10 दिनों से निर्बाध जलापूर्ति के लिए तरस रहे हैं। बताया कि एक निजी कंपनी का कॉन्ट्रैक्ट 2 माह पूर्व खत्म हो गया। अब इसकी जिम्मेदारी जल निगम के पास है। पानी के लो प्रेशर के चलते घर की टोटियों तक पानी नहीं पहुंच रहा, वहीं टंकियां भी सूख चुकी हैं। तुलसीपुर विहार कॉलोनी, मीरापुर बसही, नारायणपुर के हजारों घर प्रभावित है। उनका कहना है कि 10 से 15 मिनट पानी आता है। पीड़ितों ने कई बार समीप के नलकूप संचालक से समस्या बताई तो उसका भी यही कहना था कि लो प्रेशर के चलते टंकी भर नहीं पा रही जिसके चलते जलापूर्ति की समस्या बनी हुई है। वहीं पीड़ितों का आरोप है कि नारायणपुर की जेई किसी का फोन उठाना मुनासिब नहीं समझती हैं। ऐसे में पानी के लिए जूझ रहे पीड़ितों की व्यथा का निवारण कौन करेगा, इसको लेकर क्षेत्रवासी खासा निराश है।
तीन माह से पेयजल को तरस रही डिठोरी महाल की जनता
वाराणसी (काशीवार्ता)। वरुणापार अर्दली बाजार क्षेत्र के डिठोरी महाल के लोग 3 माह से पानी के लिए तरस रहे हैं। इस बात कि लिखित शिकायत डिठोरी महाल के पार्षद विनय शादेजा द्वारा किये जाने के बाद भी अधिकारियों के ऊपर कोई असर नहीं पड़ रहा है। उक्त बातें महानगर कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष फसाहत हुसैन बाबू, कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव हसन मेहंदी कब्बन, महानगर कांग्रेस सचिव अशीष पाठक ने एक संयुक्त वक्तव्य में कही। वरुणापार में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। उक्त नेताओं ने कहा कि जलकल के अधिकारियों से कई बार वार्ता हुई लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। भीषण गर्मी में पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में पेयजल की नियमित सुविधा देने में विभागीय अधिकारियों की अरुचि व लापरवाही की वजह से जनता पानी के लिए तरस रही। 2 दिन पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री के पोर्टल पर शिकायत के बाद भी कार्रवाई न होना समझ से परे है। अधिकारियों का कहना है कि कंट्रोल रूम में शिकायत दर्ज कराएं। क्या जनप्रतिनिधि की शिकायत का कोई महत्व नहीं है? उक्त नेताओं ने कहा कि बकरीद का त्यौहार नजदीक है। ऐसी स्थिति में पानी की किल्लत को दूर नहीं किया गया तो कांग्रेस के लोग क्षेत्रीय नागरिकों के साथ कचहरी स्थित जलकल कार्यालय पर अधिकारियों का घेराव व धरना प्रदर्शन करेंगे।
जेई को लगाई फटकार जलापूर्ति का दिया भरोसा
जलकल के महाप्रबंधक रघुवेंद्र कुमार ने समस्या के बाबत पूछे जाने पर बताया कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट सारनाथ का उत्तरदायित्व जल निगम के पास है। लेकिन समस्या को देखते हुए वहां टीम भेजी गई है। शाम तक जलापूर्ति में सुधार हो जाएगा। वहीं उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं को सही स्थिति से अवगत नहीं कराने पर जेई को कड़ी फटकार लगाई है।