लखनऊ, । कृषि कानूनों को लेकर सरकार के प्रस्ताव को ठुकराकर किसानों ने आंदोलन को तेज कर दिया है। शनिवार को सभी टोल फ्री करने के आह्वान का असर पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिलों में देखने को मिला। पुलिस के सख्त पहरे के बावजूद भाकियू कार्यकर्ताओं ने मेरठ और आसपास के जिलों के टोल प्लाजा को फ्री करकर प्रदर्शन कर रहे हैं। मेरठ के अलावा बागपत, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर और अलीगढ़ में हाईवे पर किसान जुटे हुए हैं।
मेरठ में शिवाय टोल प्लाजा पर बैठकर किसानों ने जहां विरोध प्रदर्शन किया तो वहीं बागपत में ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर मवीकलां में हंगामा कर टोल पर कब्जा जमा लिया। सहारनपुर में किसान टोल फ्री कराने की तैयारियों में लगे हुए हैं। मुजफ्फरनगर में रोहना टोल प्लाजा पर पुलिस फोर्स के तैनाती के बीच टोल प्लाजा पर बैठकर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। शामली में राष्ट्रीय लोक दल के जिलाध्यक्ष योगेंद्र चेयरमैन और अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने जिला कार्यालय पर नजरबंद किया गया है।
कृषि कानूनों को लेकर सरकार के प्रस्ताव को ठुकराकर किसानों ने आंदोलन को तेज करते हुए शनिवार को सभी टोल फ्री करने का आह्वान किया है। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस सतर्क हो गई है और जिले के सभी टोल पर विशेष पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है। किसान आंदोलन के मद्देनजर सभी करीब 130 टोल प्लाजा पर पुलिस का कड़ा पहरा है। राष्ट्रीय राजमार्ग समेत सभी प्रमुख हाईवे पर पुलिस पूरी तरह से सतर्क है। डीजीपी मुख्यालय ने सभी जिलों में सुरक्षा व यातायात व्यवस्था को लेकर पूरी मुस्तैदी बरते जाने के कड़े निर्देश दिए हैं।
आइजी कानून व्यवस्था ज्योति नारायण ने बताया कि शनिवार को सभी टोल प्लाजा पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। खासकर पड़ोसी राज्यों की सीमा के टोल प्लाजा पर विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। गड़बड़ी करने वाले तत्वों पर नजर रखने व कहीं भी शांति व्यवस्था बिगाड़ने का प्रयास करने वालों पर कठोर कार्रवाई करने को कहा गया है। किसान आंदोलन को लेकर समाजवादी पार्टी के 14 दिसंबर को आंदोलन की तैयारी को देखते हुए भी सुरक्षा के सभी बंदोबस्त कड़े किये जाने के निर्देश दिए गए हैं।
गभाना और मडराक टोल फ्री कराने पहुंचे किसान : अलीगढ़ में शनिवार सुबह किसानों ने गभाना और मडराक टोल को फ्री कराने की रणनीति बनाई। इसकी सूचना मिलते ही प्रशासन भी मुस्तैद हो गया। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। पहले से बनी रणनीति के तहत शनिवार की सुबह भाकियू अम्बाबता गुट के कार्यकर्ता गभाना टोल प्लाजा पर पहुंचकर नारेबाजी करने लगे। मौके पर पहुंचे एसडीएम प्रवीण यादव ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन वे अपनी जिद पर अड़े रहे।
पूर्व मंत्री पंडित सिंह व योगेश सिंह नजरबंद : गोंडा में किसान यात्रा निकालने को लेकर पुलिस ने पूर्व मंत्री विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह को नवाबगंज व पूर्व राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह को भंभुआ कोट स्थित आवास पर नजरबंद कर दिया है। उनके आवास पर कई थानों की पुलिस तैनात की गई है। समाजवादी पार्टी ने तरबगंज, कटरा व कर्नलगंज विधानसभा में किसान यात्रा निकालने की तैयारी की है। कर्नलगंज विधानसभा के परसपुर बाजार में किसान यात्रा की जिम्मेदारी पूर्व राज्यमंत्री योगेश प्रताप सिंह को सौंपी गई है। शनिवार की सुबह ही पूर्व राज्यमंत्री के भंभुआ कोट स्थित आवास पर कई थानों की पुलिस तैनात कर दी गई।
पुलिस के पहरे में बहराइच के भाकियू के नेता : बहराइच में भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के जिलाध्यक्ष पतिराम चौधरी को रात भर थाने में रखकर सुबह उनके आवास नवाबगंज स्थित तेजाफाटा गांव में नजरबंद किया गया है। एसएसआइ सुभाषचंद्र यादव के साथ आधा दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी उनकी नजरबंदी के लिए तैनात किए गए हैं। जिलाधिकारी शंभू कुमार ने आंदोलन के मद्देनजर सभी टोल प्लाजा पर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की है। भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है।
फीरोजाबाद में एक्सप्रेस वे टोल पर पुलिस ही पुलिस, नहीं पहुंचे किसान : भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने शनिवार सुबह 10 बजे से टोल फ्री कर प्रदर्शन का एलान किया था। इसके बाद पुलिस सक्रिय हो गई। हर टोल पर सौ से ज्यादा पुलिस के जवान और अधिकारी लगाए गए हैं। सुबह 11 बजे तक किसान नहीं पहुंचे। वहीं कई किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है।