आईपीएल-13 में बुधवार को अबु धाबी में दो बार की चैंपियन कोलकाता नाइट राइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर आमने-सामने थीं.
इस मैच में टॉस तो जीता कोलकाता के कप्तान इयॉन मॉर्गन ने लेकिन इसका जश्न मनाया बैंगलोर ने. बैगलोर के गेंदबाज़ों ने क़ातिलाना गेंदबाज़ी करते हुए पहले तो कोलकाता को निर्धारित 20 ओवर में आठ विकेट पर केवल 84 रन पर रोका और उसके बाद बल्लेबाज़ों ने बिना अफरा-तफरी दिखाए केवल दो विकेट खोकर जीत के लिए 85 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया.
बैंगलोर के सलामी बल्लेबाज़ देवदत पडीक्कल और एरॉन फिंच ने पहले विकेट के लिए केवल 6.2 ओवर में ही 46 रन जोड़कर दिखाया कि विकेट में ऐसा कुछ भी नहीं था जिसका हौव्वा कोलकाता के बल्लेबाज़ों ने महसूस किया.
देवदत पडीक्कल केवल 17 गेंद पर तीन चौकों की मदद से 25 रन बनाकर रन आउट हुए तो एरोन फिंच ने 16 रन बनाए. आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में जहां कुछ दिन पहले एक ही दिन में सांस रोक देने वाले और सुपर ओवर में समाप्त होने वाले दो मुक़ाबले हुए हों वहां इतनी आसान जीत की उम्मीद तो बैंगलोर ने भी नहीं की होगी.
जीत के लिए केवल 85 रन जैसा स्कोर उसके बल्लेबाज़ों को लिए ऊंट के मुंह में जीरे जैसा ही था. अंतत: बैंगलोर ने कप्तान विराट कोहली के नाबाद 18 और गुरकीरत सिंह के नाबाद 21 रन की मदद से 13.3 ओवर में केवल दो विकेट खोकर आठ विकेट से जीत का परचम लहराया.
कोलकाता के लॉकी फग्यूर्सन ने 17 रन देकर एक विकेट हासिल किया.
इस जीत के साथ ही बैंगलोर अंक तालिका में 10 मैचों में सात जीत, तीन हार और 14 अंकों से साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गई है.
कोलकाता नाइट राइडर्स 10 मैच में पांच जीत और पांच हार के बाद 10 अंकों के साथ अभी भी चौथे स्थान पर बनी हुई है.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करना पड़ा भारी
कोलकाता के कप्तान इयॉन मॉर्गन ने जब टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया तो शायद ही किसी ने सोचा होगा कि यह टीम पूरे 20 ओवर खेलकर जैसे-तैसे आठ विकेट खोकर केवल 84 रन बना पाएगी, लेकिन इसका कुछ अंदाज़ा दूसरे ओवर के बाद ही लगने लगा था.
बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने शाहबाज अहमद की जगह टीम में मोहम्मद सिराज को शामिल किया. उन्होंने अपने पहले और पारी के दूसरे ही ओवर में कोलकाता को दो करारे झटके दिए, जिनकी मार से कोलकाता पूरे मैच में नहीं उबरा.
पहले तो मोहम्मद सिराज ने सलामी बल्लेबाज़ राहुल त्रिपाठी को विकेटकीपर एबी डिविलियर्स के हाथों लपकवाया. राहुल केवल एक रन बना सके. उसके बाद मोहम्मद सिराज ने अगली ही गेंद पर नीतीश राणा को बोल्ड कर दिया. उन्होंने अपना पहला ओवर मेडन विकेट किया.
इसके बाद भी कोलकाता के बल्लेबाज़ों का पिच पर आना और जाना नहीं रुका. तीसरे ओवर में दूसरे सलामी बल्लेबाज़ शुभमन गिल नए गेंदबाज़ नवदीप सैनी की गेंद पर मिड ऑन पर खड़े क्रिस मौरिस को आसान सा कैच दे बैठे. वह केवल एक रन बना सके. चौथा विकेट भी बस देखते-देखते ही गिर गया. टॉम बेनटन को मोहम्मद सिराज ने शानदार आउटस्विंग से छकाकर विकेट कीपर एबी डिविलियर्स के हाथों लपकवाया. उन्होंने दस रन बनाए.
कोलकाता को यह चौथा झटका केवल 14 रन पर लगा. अब तक बैंगलोर के गेंदबाज़ पटकथा लिख चुके थे बस इंतज़ार इस बात का था कि कोलकाता इस हालत में कितना स्कोर बना पाता है, लेकिन वह सम्मानजनक स्कोर तक नहीं बना पाया. पांचवा विकेट दिनेश कार्तिक के रूप में गिरा. वह केवल चार रन बनाकर युज़वेंद्र चहल की गेंद पर एलबीडब्लू हुए.
कप्तान मॉर्गन ने खेली सांत्वना भरी पारी
जब कोई टीम केवल 84 रन ही बना सके तो कप्तान इयॉन मॉर्गन के 30 रन सांत्वना भरे ही कहे जाएंगे. कोलकाता के बल्लेबाज़ों ने लगातार गिरते विकेट से कोई सबक़ नहीं सीखा.
दिनेश कार्तिक के बाद पैट कमिंस भी चार रन बनाकर चहल का शिकार बने तो इयॉन मॉर्गन को वाशिंग्टन सुंदर ने अपना शिकार बनाया. और जब कोलकाता के धुरंधर बल्लेबाज़ की कुछ ख़ास नहीं कर पाए तो पुछल्ले बल्लेबाज़ ही क्या करते. वह तो लॉकी फग्यूर्सन ने नाबाद 19 और कुलदीप यादव ने 12 रन बनाकर स्कोर को आठ विकेट पर 84 रन तक पहुंचाया.
बैंगलोर के गेंदबाज़ों ने एक तरह से मनमाने अंदाज़ में कोलकाता के बल्लेबाज़ों को चलता किया. पहले तो तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज, नवदीप सैनी और क्रिस मॉरिस ने कसी हुई गेंदबाज़ी की तो बाद में स्पिनर युज़वेंद्र चहल ने कोलकाता के ताबूत में कील ठोकने का काम किया.
मोहम्मद सिराज ने चार ओवर में केवल आठ रन देकर तीन और युज़वेंद्र चहल ने भी चार ओवर में केवल 15 रन देकर दो विकेट हासिल किए.