छली बार की चैंपियन मुंबई इंडियंस ने रोहित शर्मा की कप्तानी में एक बार फिर साबित कर दिया कि वो आईपीएल की सबसे बेहतरीन टीम कहलाने के साथ-साथ ख़िताब की प्रबल दावेदार भी है.
दुबई में खेले गए पहले क्वालिफ़ायर मैच में मुंबई इंडियंस ने दिल्ली कैपिटल्स को हराकर फ़ाइनल मुक़ाबले में अपनी जगह पक्की कर ली है. आईपीएल का ख़िताबी मुक़ाबला 10 नवंबर को दुबई में होगा.
मुंबई इंडियंस ने पहले शानदार बल्लेबाज़ी दिखाई और बाद में उतनी ही शानदार गेंदबाज़ी का प्रदर्शन किया. निर्धारित 20 ओवर में प्रति ओवर 10 रन के रन रेट से मुंबई इंडियंस ने पांच विकेट खोकर 200 रन बनाए.
फिर जब गेंदबाज़ी की बारी आई तो मुंबई इंडियंस के गेंदबाज़ों के आगे दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाज़ बेबस नज़र आए और निर्धारित 20 ओवर में आठ विकेट खोकर बड़ी मुश्किल से 143 रन बना पाए.
पहले बात मुंबई इंडियंस की बल्लेबाज़ी की. कप्तान रोहित शर्मा जब दूसरे ही ओवर में आउट हुए, तब टीम का स्कोर 16 रन भले ही था, लेकिन शुरुआत में ही विकेट गिरने से टीम को झटका तो लगता ही है और इससे विरोधी टीम के गेंदबाज़ों का हौसला भी बढ़ जाता है.
लेकिन मुंबई इंडियंस ने दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाज़ों का हौसला तोड़ते हुए ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी की. क्विंटन डिकॉक भले ही 40 रन बनाकर आउट हो गए, सूर्य कुमार यादव और ईशान किशन ने रनों की रफ़्तार में कमी नहीं आने दी.
पहले बात सूर्यकुमार यादव की. 12वें ओवर में आउट होने के पहले सूर्यकुमार यादव ने 51 रनों की अहम पारी खेलकर क्विंटन डिकॉक से मिली ज़िम्मेदारी को बख़ूबी निभाया.
ये भी पढ़िएः-
इसी तरह ईशान किशन ने क्विंटन डिकॉक और सूर्यकुमार यादव से आगे बढ़कर 55 रनों का बहुमूल्य योगदान देकर ये सुनिश्चित कर दिया कि दिल्ली कैपिटल्स के सामने बड़ा लक्ष्य होगा.
रही-सही कसर हार्दिक पांड्या ने पूरी कर दी जिनके बल्ले से दनादन पांच छक्के निकले. 14 गेंदों में 37 बनाने वाले हार्दिक पांड्या को अगर खेलने के लिए और गेंद मिलती तो मुंबई इंडियंस 200 से भी अधिन रन बना देती.
रोहित शर्मा और केरोन पोलार्ड भले ही खाता नहीं खोल पाए, लेकिन बाक़ी बल्लेबाज़ों ने रन बनाकर उनकी भी भरपाई कर दी.
मुंबई इंडियंस के धारदार गेंदबाज़
कई बार ख़राब प्रदर्शन से गेंदबाज़ ही अपनी टीम के बल्लेबाज़ों की मेहनत पर पानी फेर देते हैं.
आईपीएल टूर्नामेंट के दौरान ऐसा कई बार देखने में आया, जब किसी टीम के बल्लेबाज़ों ने रन तो अच्छे बनाए, लेकिन बाद में उसी टीम के गेंदबाज़ों ने रन लुटाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
लेकिन दुबई में मुंबई इंडियंस के गेंदबाज़ों ने अपने बल्लेबाज़ों की मेहनत का पूरा सम्मान करते हुए उनके साथ कंधे से कंधा मिलाया और विरोधी टीम को चारों खाने चित्त कर दिया.
पहले ही ओवर में पृथ्वी शॉ और अजिंक्य रहाणे को आउट करने के बाद मुंबई इंडियंस के गेंदबाज़ों ने जिस तरह शिखर धवन और श्रेयस अय्यर को पवैलियन भेजा, उससे लग रहा था कि कहीं पूरी टीम 10 ओवर के भीतर ही ना सिमट जाए.
दिल्ली कैपिटल्स भले ही दस ओवर के भीतर सिमटी नहीं, लेकिन 20 ओवर तक एक-एक रन के लिए तरसती नज़र आई. मार्कस स्टोइनिस और अक्षर पटेल ने भले ही अपने बल्ले से पूरा ज़ोर लगाया, लेकिन मुंबई इंडियंस के गेंदबाज़ों ने जीतने के लिए ज़रूरी रनों और बची गेंदों के बीच इतनी दूरी बना दी कि दिल्ली कैपिटल्स के पास हार के सिवा कोई विकल्प नहीं बचा.
‘मैन ऑफ़ द मैच’ बने जसप्रीत बुमराह जिन्होंने चार ओवर में चार विकेट हासिल किए और सिर्फ 14 रन दिए. बाक़ी गेंदबाज़ों की बात की जाए तो ट्रेंट बोल्ट ने दो ओवर में नौ रन देकर दो विकेट अपने नाम किए.
कृणाल ने चार ओवर में 22 रन देकर एक विकेट लिया. इसी तरह पोलार्ड ने चार ओवर में 36 रन देकर एक विकेट हासिल किया. नाथन भले ही विकेट नहीं ले पाए, लेकिन विरोधी टीम के बल्लेबाज़ों को उन्होंने बांधकर रखा.
हालांकि राहुल चाहर ने दो ओवर में 35 रन देकर थोड़ा निराश ज़रूर किया. लेकिन बाक़ी गेंदबाज़ों ने उसकी भरपाई बहुत आसानी से कर दी.