झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। लाभ के पद पर होने के आरोपों को लेकर झारखंड सीएम की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। बीते दिनों हेमंत सोरेन के करीबी के घर से ईडी की छापेमारी में दो एके 47 और कारतूस बरामद किए गए थे। जिसके बाद लगातार सवाल उठ रहे थे। अब हेमंत सोरेन के लिए खनन पट्टा मामला गले की फांस बन गया। बीजेपी ने उन पर खुद को एक खनन पट्टा आवंटित करने का आरोप लगाया है और एक विधायक के रूप में उन्हें अयोग्य ठहराने की मांग की है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग की तरफ से झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस को अपनी रिपोर्ट भेज दी है। झारखंड के मुख्यमंत्री की टीम ने चुनाव आयोग के सामने इस बात पर जोर दिया था कि चुनाव कानून के वे प्रावधान मामले में लागू ही नहीं होते हैं, जिनका उल्लंघन करने का आरोप उन पर लगाया गया है। सोरेना की कानूनी टीम ने 12 अगस्त को चुनाव आयोग के समक्ष अपनी दलील पूरी की थी। जिसके बाद मामले में याचिकाकर्ता बीजेपी ने जवाब दिया था। दोनों पक्षों ने 18 अगस्त को निर्वाचन आयोग को अपनी लिखित दलीलें सौंपीं थीं।