वाराणसी (काशीवार्ता)। ऋण और निवेश जैसी वित्तीय सेवाएं प्रदान करने वाली कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (जेएफएस) हाल ही में रिलायंस इंडस्ट्रीज जेएफएस से अलग होके अपनी अलग इकाई बन गई है। इसका मतलब है कि जेएफएस 21 अगस्त यानी सोमवार से शेयर बाजार में अपने शेयरों का कारोबार शुरू करेगा। जब जेएफएस रिलायंस से अलग हुआ था तब उसके एक शेयर की कीमत 261.85 रुपए आंकी गई थी। इसके हिसाब से कंपनी का कुल मूल्य लगभग 1.66 ट्रिलियन रुपये ($20 बिलियन) हो जाता है। चूंकि कीमत जुलाई में तय की गई थी, जेएफएस के साथ कुछ महत्वपूर्ण चीजें हुई हैं। उन्होंने लोगों के पैसे का प्रबंधन करना शुरू कर दिया है और वे इन्श्योरेन्स सेक्टर में भी काम शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं। वे भारत में निवेश के प्रबंधन में मदद के लिए ब्लैकरॉक नामक अमेरिका की एक बड़ी कंपनी के साथ भी मिलकर काम कर रहे हैं। अभी, जियो फाइनैन्शल निफ्टी50 और सेंसेक्स इंडेक्स मे शामिल है, लेकिन व्यापार शुरू होने के तीन दिन बाद इसे उनसे हटा दिया जाएगा। इस संबंध में लक्ष्मीश्री इंफ्राटेक के निदेशक सलिल साह ने बताया कि इस वजह से, निफ्टी 50 और सेंसेक्स को फॉलो करने वाले कुछ निवेश फंडों को जेएफएस के अपने शेयर बेचने होंगे। जेएफएस ने पिछले हफ्ते ही जितने लोगों के पास रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर उनके डीमैट खाता मे थे उनको रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रत्येक शेयर के बदले उन्हें जेएफएस का एक शेयर मिला। एफटीएसई रसल जो जेएफएस को अपनी महत्वपूर्ण सूचियों से बाहर निकालने के बारे में सोच रहा था उन्होंने अपना मन बदल दिया और कहा कि जेएफएस अभी भी उन सूचियों में रहेगा। जिओ फाइनैन्शल का अभी जो मूल्य है, उसके आधार पर वो भारत की 33वीं सबसे मूल्यवान कंपनी होगी। यह बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व नामक दो अन्य कंपनियों के बाद ऋण और निवेश जैसी वित्तीय सेवाएं देने वाली तीसरी सबसे बड़ी कंपनी होगी। जिओ फाइनैन्शल रिलायंस इंडस्ट्रीज का एक छोटा सा हिस्सा, लगभग 6.1% का मालिक है। इस हिस्से की कीमत बहुत ज्यादा है, करीब 1.08 ट्रिलियन रुपये। जिओ फाइनैन्शल को रिलायंस इंडस्ट्रीज से अलग करना एक स्मार्ट कदम है। यह अब विभिन्न प्रकार के निवेशकों और भागीदारों को आकर्षित कर सकता है जो वित्तीय सेवाओं में रुचि रखते हैं।