कश्मीर में फिर से हालात बिगड़ने शुरू हो गए हैं। आतंकी लगातार आम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं। खासकर उन्हें जो गैर कश्मीरी और गैर मुस्लिम हैं। कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़ने या मरने के लिए तैयार रहने की धमकी दी जा रही है। 26 दिन में टारगेट किलिंग की 10 घटनाएं सामने आने के बाद वहां से पलायन की भी खबरें आनी शुरू हो गई हैं। तमाम बढ़ते वारदातों के मद्देनजर अब केंद्र सरकार भी एक्शन मोड में आ गई है। कश्मीर में टारगेट किलिंग के गामलों पर एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा पर शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक बुलाई है।
जम्मू-कश्मीर एलजी मनोज सिन्हा दिल्ली में गृह मंत्रालय पहुंचे। एनएसए अजीत डोमाल और सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी बैठक में मौजूद होंगे। मीटिंग में टारगेट किलिंग को रोकने के लिए दूसरी कदम उठाने पर चर्चा होगी। माना जा रहा है कि टारगेट किलिंग को लेकर गृह मंत्रालय की ओर से कोई बड़ा फैसला आ सकता है। दूसरी ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि बीजेपी ने कश्मीर को सिर्फ अपनी सत्ता की सीढ़ी बनाया है। कश्मीरी पंडित पलायन कर रहे है। लेकिन बीजेपी को फिल्मों के प्रमोशन से फुर्सत नहीं है।
गौरतलब है कि गैर-मुस्लिमों को आतंकियों की और से टारगेट किए जाने के बाद कश्मीर में भय का माहौल है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दया किया गया कि श्रीनगर एयरपोर्ट पर प्रदेश छोड़कर जाने वालों को भोड़ लगी है। हालांकि एयरपोर्ट प्रशासन ने इससे इनकार करते हुए भीड़ को सामान्य दूसरी और कोरी पो ने सड़क पर निकलकर अपना ट्रांसफर दूसरी जग किए जाने की मांग की। जम्मू के विभिन्न जिलों के लगभग 8,000 लोग घाटी के जिलों में सरकारी नौकरी कर रहे हैं।