अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 70 शतक लगा चुके भारतीय कप्तान विराट कोहली पिछली 43 पारियों से सैकड़ा नहीं जड़ पाए हैं, लेकिन उन्होंने साफ किया कि वह कभी किसी व्यक्तिगत उपलब्धि को ध्यान में रखकर बल्लेबाजी नहीं करते हैं.
कोहली ने इसके साथ ही कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में जॉनी बेयरस्टो (124) और बेन स्टोक्स (99) की साझेदारी के दौरान उनके पास कोई मौका नहीं था, लेकिन जब दो शीर्ष टीमें खेलती हैं तो एक टीम आसान जीत दर्ज कर लेती है. इंग्लैंड ने 337 रनों का बड़ा लक्ष्य हासिल करके 6 विकेट से जीत हासिल करके सीरीज 1-1 से बराबर की.
भारतीय कप्तान ने मैच के बाद कहा, ‘हमने अच्छा स्कोर (6 विकेट पर 336 रन) बनाया था. अगर हम लंबी अवधि तक मैच में बने रहते तो यह चुनौतीपूर्ण होता. उनकी (बेयरस्टो और स्टोक्स) साझेदारी के दौरान हमारे पास कोई मौका नहीं था.’
उन्होंने कहा, ‘ओस की कोई भूमिका नहीं थी, लेकिन बाद में विकेट बल्लेबाजी के लिए थोड़ा अच्छा हो गया था, लेकिन यह कोई बहाना नहीं है. जब दुनिया की दो सर्वश्रेष्ठ टीमें खेलती हैं तो एक टीम आसानी से जीत दर्ज करती है. पिछली बार हमने वापसी की और इस बार इंग्लैंड ने हमें कोई मौका नहीं दिया.’
कोहली ने 66 रन बनाए और इस तरह से उनके 71वें अंतरराष्ट्रीय शतक का इंतजार और लंबा खिंच गया. कोहली ने इस बारे में कहा, ‘ जिंदगी में कभी शतक के लिए नहीं खेला और शायद यही वजह है कि मैंने इतने कम समय में इतने अधिक सैकड़े लगा दिए. टीम की जीत महत्वपूर्ण है. अगर मैं शतक लगाता हूं और टीम जीत हासिल नहीं करती तो वह कोई मायने नहीं रखता.’
हार्दिक पंड्या को टी20 सीरीज में गेंदबाजी करवाई गई, लेकिन उन्हें दूसरे वनडे में गेंद नहीं सौंपी गई और कोहली ने कहा कि आगे के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए इस ऑलराउंडर को फिट रखने के लिए यह फैसला किया गया.
कोहली ने कहा, ‘हमें उनकी (हार्दिक) सही तरह से देखरेख करने की जरूरत है. यह जानना जरूरी है कि कहां हमें उनके कौन से कौशल की जरूरत है. टी20 में गेंदबाजी में उनका उपयोग किया गया, लेकिन वनडे में उनके कार्यभार को व्यवस्थित करना जरूरी है. हमें इंग्लैंड में टेस्ट मैच खेलने हैं और इसलिए उनका फिट रहना हमारे लिए महत्वपूर्ण है.’
कोहली ने शतक जड़ने वाले केएल राहुल और तूफानी पारी खेलने वाले ऋषभ पंत की भी प्रशंसा की, उन्होंने कहा, ‘हमने दो विकेट जल्दी गंवा दिए और हमें अच्छी साझेदारी की जरूरत थी. मैंने और राहुल ने ऐसा किया. मैं राहुल को लेकर वास्तव में खुश हूं. इसके बाद ऋषभ ने मैच का रुख बदला. हम 300 रन तक पहुंचने की सोच रहे थे, लेकिन 35 अतिरिक्त रन बनाने में सफल रहे.’