प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के बर्धमान में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राज्य की मशहूर मिठाई मिहिदाना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसा. पीएम मोदी ने कहा कि बर्धमान की 2 चीजें बहुत मशहूर हैं. एक तो चावल और दूसरा मिहिदाना. मोदी ने पूछा, ‘दीदी को बर्धमान का मिहिदाना पसंद नहीं क्या? मैं हैरान हूं कि इतनी कड़वाहट दीदी कहां से लाती हैं?’ आइए जानते हैं बंगाल की मिठाई महिदाना के बारे में…
मिहिदाना बर्धमान का एक फेमस मिष्ठान है, जिसे वहां खूब पसंद किया जाता है. मिहि का मतलब होता है एकदम छोटा और दाना का अर्थ है बारीक, यानी मिहिदाना एकदम छोटी बारीक बूंदी है. आइए जानते हैं इसे बनाने की विधि…
मिहिदाना बनाने के लिए जरूरी सामग्री:
बूंदी बनाने के लिए :
2 कप बेसन
1 से डेढ़ कप पानी
2-3 कप घी
चाशनी बनाने के लिए:
2 कप चीनी
2 कप पानी
1 टीस्पून इलायची पाउडर
चुटकीभर फूड कलर (लाल रंग)
मिहिदाना बनाने की विधि:
– सबसे पहले बेसन को एक कटोरी में छन्नी से अच्छी तरह से छान लें.
– अब इसमें धीरे-धीरे पानी डालते हुए इसका पतला घोल बनाएं. ध्यान रखें कि घोल में कोई गांठ न पड़े.
– घोल को ज्यादा न फेंटें. ऐसा करने से घोल में बुलबुले बनने लगेंगे और बूंदी ज्यादा फूलकर बड़ी बनेंगी.
– तैयार घोल को अब 15 मिनट के लिए ढककर रख दें.
– अब मीडियम आंच पे एक पैन में घी गरम करने के लिए रखें.
– घी के गरम होते ही ग्रेटर की मदद से बूंदियां बनाकर घी में डालते जाएं. ग्रेटर में चमचे से घोल डालें और यह बूंदी की तरह छनकर नीचे से निकलता रहेगा.
– बूंदियों को हल्का सुनहरा होने तक अच्छे से तल लें.
– बूंदी अब तैयार है. अगर कोई बूंदी बड़ी बन गई है तो उसे हाथों से ही तोड़ लें.
अब करें चाशनी बनाने की तैयारी:
– मीडियम आंच पे एक दूसरे पैन में चीनी और पानी को एकसाथ डालकर इसे खूब पकाएं.
– लगभग 4-5 मिनट बाद इलायची पाउडर डाल दें.
– अब इसमें फूड कलर भी डालें.
– जैसे ही चाशनी में चिपचिपापन आ जाए बूंदी डालकर कड़छी से चलाते हुए अच्छे से मिला लें.
– इसके बाद पैन को 10 मिनट के लिए ढककर रख दें.
– तय समय के बाद ढक्कन हटाकर बूंदी को एक बार फिर से चलाएं और दोबारा 30 मिनट के लिए आंच धीमी कर इसे ढककर पकने दें.
– जब आप देखेंगे कि बूंदी ने पूरी तरह से चाशनी सोख ली है तब आंच बंद कर दें.
– तैयार है स्वादिष्ट मिहिदाना.
जरूरी टिप्स:
– घी को ज्यादा गरम न करें. ऐसा करने से बूंदी जल सकती है.
– घोल पतला ही बनाएं.
– बूंदियों को ज्यादा न तलें.