जौनपुर। वाराणसी खण्ड निर्वाचन क्षेत्र के विधान परिषद सदस्य के चुनाव में भाजपा की रणनीति कामयाब नही हो पाई। सपा ने अलग से रणनीति बनाकर दोनों भाजपा प्रत्याशी को चित कर दिया। वाराणसी की सीट समाजवादी पार्टी ने बीजेपी से छीन ली. अखिलेश यादव की पार्टी के लाल बिहारी यादव और आशुतोष सिन्हा जीते. समाजवादी पार्टी ने वाराणसी में स्नातक कोटे और शिक्षक कोटे का एमएलसी चुनाव भी जीत लिया. वाराणसी की हार ने बीजेपी के लिए जीत का स्वाद फीका कर दिया है. लोकसभा से लेकर विधानसभा और मेयर तक का चुनाव बीजेपी मोदी के वाराणसी में जीतती रही है.
विधान परिषद स्नातक कोटे की सीट पर सपा के आशुतोष सिन्हा चुनाव जीत गए हैं। महज घोषणा बाकी है। शनिवार दोपहर करीब सवा बारह बजे परिणाम सामने आया। सपा प्रत्याशी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के केदार नाथ सिंह से 2666 वोट की बढ़त बनाकर आगे रहे। 21 राउंड की गिनती में आशुतोष को 25351 वोट व केदारनाथ सिंह को 22685 वोट मिले हैं । अब तक 20 प्रत्याशी एल्मिनेट हो चुके हैं। सिर्फ 21वां प्रत्याशी के रूप में केदार नाथ सिंह को एल्मिनेट होना बाकी है। स्नातक सीट पर 22 प्रत्याशियो ने भाग्य आजमाया था।
अंतिम प्रत्याशी के द्वितीय वरीयता के वोट सपा प्रत्याशी में ट्रांसफर होंगे। जीत के लिए 39 हजार निर्धारित कोटा प्रत्याशी की ओर से नही पाया जा सका। सर्वाधिक वोट पाने वाले के कारण आशुतोष चुनाव जीत चुके हैं। आयोग से अनुमति के बाद करीब 3 बजे परिणाम घोषित किया जाएगा। सपा प्रत्याशी ने एल्मिनेट 20 प्रत्याशियों के द्वितीय वरीयता के वोट में अच्छी सेंधमारी की। इसलिए जीत सुनिश्चित हो सही। इससे पूर्व एमएलसी वाराणसी खंड शिक्षक कोटे की सीट का परिणाम शुक्रवार दोपहर को घोषित किया गया था। कांटे की लड़ाई में सपा प्रत्याशी लाल बिहारी यादव 7766 मत पाकर विजयी रहे।
शिक्षक कोटे की सीट में सपा के लाल बिहारी विजयी
एमएलसी वाराणसी खंड शिक्षक कोटे की सीट का परिणाम शुक्रवार दोपहर को घोषित हो गया है। काटे की लड़ाई में सपा प्रत्याशी लाल बिहारी यादव 7766 मत पाकर विजयी रहे। निकटमत प्रतिद्वंद्वी शर्मा गुट के शिक्षक नेता प्रमोद कुमार मिश्र 6830 मत प्राप्त कर दूसरे स्थान पर रहे। निवर्तमान विधायक शिक्षक नेता चेतनारायण सिंह 4858 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे।
सपा के कद्दावर नेता शैलेंद्र यादव ललई ने निभाई अहम भूमिका
पूर्व मंत्री शाहगंज विधायक शैलेंद्र यादव ललई ने लोगों में अलख जगाने का काम किया और जौनपुर के सभी विधानसभा क्षेत्रों में अपनी पूरी ताकत झोंक दी थी। सपा नेताओं में समन्वय बनाने में अहम भूमिका निभाई.
विधान परिषद के चुनाव के लिए बीजेपी ने डेढ़ साल पहले से तैयारी शुरू कर दी थी. जिन्हें उम्मीदवार बनाया गया, उन्हें पहले ही प्रचार में लगा दिया गया था. पार्टी के नेताओं ने वोटर बनाने से लेकर बूथ कार्यकर्ता तक बनाए. मंडल से लेकर पोलिंग बूथ तक कार्यकर्ता और मतदाता सम्मेलन आयोजित किया गया. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल ने जगह-जगह जाकर दौरा किया. योगी सरकार के कई मंत्रियों की भी प्रचार में ड्यूटी लगाई गई.Dailyhunt