वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मुक्ति आंदोलन समिति के सदस्यों ने बुधवार को काशी विश्वनाथ मंदिर के मुक्ति के लिए काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव को पत्रक दिया। इसकी जानकारी होते ही मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने आंदोलन के अगुवा सुधीर सिंह और उनके साथियों को हिरासत में ले लिया।
समिति के सदस्य प्रसपा नेता सुधीर सिंह की अगुवाई में पूर्वांह में कालभैरव मंदिर पहुंचे। यहां सदस्यों ने कालभैरव मंदिर में जाकर एक पन्ने का पत्रक अरघे पर रखा फिर उसे पढ़कर कालभैरव को सुनाया। तब तक सूचना पाकर वहां पहुंची कोतवाली पुलिस ने सुधीर सिंह और उनके सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया। कोतवाली पुलिस सभी सदस्यों को पकड़कर कोतवाली ले आई और सभी को शांतिभंग की धारा में जेल भेज दिया। प्रसपा नेता सुधीर सिंह ने बीते 19 फरवरी को पत्रकारों से बातचीत के दौरान ऐलान किया था कि महाशिवरात्रि के दिन अस्सीघाट पर ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन की शुरूआत करेंगे। महाशिवरात्रि पर्व पर देर शाम उन्होंने अपने समर्थकों संग अस्सीघाट पर हर-हर महादेव के नारेबाजी के बीच घंटा-घड़ियाल बजाने के साथ शंखनाद कर आंदोलन की शुरूआत की थी। इस मामले में शांति भंग होने की आशंका जता पुलिस ने सुधीर सिंह को उनके साकेत नगर आवास से गिरफ्तार किया था। जेल से रिहाई के बाद सुधीर सिंह आंदोलन को धार देने के लिए आज कालभैरव मंदिर पहुंचे थे।