वाराणसी (काशीवार्ता)। कोरोना संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने मैदागिन स्थित मेडविन हॉस्पिटल को भी ऐसे मरीजों के उपचार की अनुमति प्रदान की है। इसके लिए हास्पिटल को हाइटेक किया जा रहा है। हास्पिटल के निदेशक डा. मनमोहन श्याम ने बताया कि अनुमति मिलने के बाद परिसर में मौजूद जनरल वार्ड के हर बेड पर भी पाइप द्वारा आॅक्सीजन सप्लाई व मॉनीटर लगाया जा रहा है। सभी 18 प्राइवेट वार्ड तो पहले से ही ऐसी सुविधाओं से लैस हैं। वहीं 20 बेड के आईसीयू में भी वेंटिलेटर के साथ सभी उच्चस्तरीय चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही ऐसे मरीजों के लिए हाई रैगुनेंस नेजाल कैमुला की भी सुविधा रखी गयी है। डा. मनमोहन ने बताया कि उपरोक्त सभी सुविधाओं के साथ ही मरीजों के लिए टेली मेडिसिन की व्यवस्था हास्पिटल प्रबंधन ने किया है। इसके तहत कोई भी मरीज देश-विदेश के वरिष्ठ चिकित्सकों से अपने उपचार संबंधी मशविरा कर सकेगा। डा. मनमोहन ने बताया कि कोरोना के लेवल-3 के मरीजों का उपचार बीएचयू के बाद सिर्फ मेडविन हास्पिटल में ही संभव हो सकेगा जबकि लेवल-1 एवं लेवल-2 के मरीजों का भी यहां उपचार होगा। हास्पिटल की निदेशक एवं स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डा. अंजना गुप्ता ने बताया कि वे कोरोना काल की गंभीर परिस्थितियों को देखते हुए अपने मरीजों का अन्यत्र उपचार करेंगी।
हाईटेंशन तार की चपेट में आकर दो बैल मरे
चंदौली। बलुआ थानान्तर्गत टांडा कला गांव में खेत की जोताई करते समय हाईटेंशन तार की चपेट में आकर दो बैलों की दर्दनाक मौत हो गई। इस दौरान स्थानीय किसान की जान बाल बाल बच गई। बताया गया कि स्थानीय कृषक धान की रोपाई के लिए आज खेत जोतने पहुंचा था। लगभग आधे घण्टे की जोताई के बाद बैल आगे बढ़े तो नीचे लगे सपोर्ट तार में प्रवाहित करेंंट की चपेट में आकर गिर पड़े।