वाराणसी(काशीवार्ता)। मृत्यु के शोक पर जीवन के उत्सव का दिन पुनरुत्थान दिवस (ईस्टर पर्व) आज मसीही समाज के लोगों ने हर्षोल्लास व उमंग के साथ मनाया। इस मौके पर शहर भर के छोटे बड़े चर्चो में विशेष प्रार्थना सभा आयोजित की गई। ईस्टर पर्व पर जहां चर्चों को आकर्षक ढंग से सजाया गया था वही भक्ति गीत संगीत के कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। इस क्रम में छावनी के लाल गिरजा घर में अकीदतमंदो की भारी भीड़ उमड़ी। यहां प्रार्थना सभा की अगुवाई करते हुए चर्च के पादरी संजय दान ने कहा कि प्रभु यीशु का पुनरुत्थान हमें सामर्थ्यवान बनाता है। कहा कि परमेश्वर से दूरी इंसान को समस्याओं से घेर लेती है लेकिन परमेश्वर की सामर्थ शैतान के कार्यों को हटा देती है।कहा कि ईस्टर पर्व जीवन, प्यार, विश्वास व आशा का पुनर्जन्म है जिसे प्रभु यीशु ने मृत्यु के उपरांत मौत पर विजय हासिल कर सिद्ध कर दिया। अंत में पादरी संजय दान ने प्रभु भोज (प्रसाद वितरण) की रस्म निभाते हुए अपने आशीर्वचन से भक्तजनों को संतृप्त किया। कमोवेश ऐसा ही नजारा सिगरा के सेंट पॉल चर्च, तेलियाबाग चर्च, चर्च आॅफ बनारस, महागिरजाघर , पीएचएच सुंदरपुर आदि में देखने को मिला।