कोरोना से अरबों का नुकसान


वाराणसी (काशीवार्ता)। विश्व स्वास्थ संगठन बुधवार को कोरोना को महामारी घोषित कर दिया। दुनिया के 114 देशों में कोरोना के पांव पसारने के साथ सांस्कृतिक राजधानी काशी में लोगों की चिंताएं बढ़ गई भारत सरकार ने 15 अप्रैल तक सभी देशों के टूरिस्ट वीजा पर यहां रोक लगा दी है वहीं जम्मू कश्मीर और लद्दाख में सभी स्कूल कॉलेज 31 मार्च तक बन्द किये जा चुके हैं। 2009 में स्वाइन फ्लू के बाद अब कोरोना को बड़ी महामारी बताया गया है। महामारी घोषित करने की प्रक्रिया तब होती है जब इसकी चपेट में कई देश आ जाते हैं। टूरिस्ट विजा 15 अप्रैल तक रद किये जाने के बाद इसका दुष्प्रभाव काशी के पर्यटन कारोबार पर पड़ रहा है। काशी में बीते एक माह में लगभग 2अरब के कारोबार के नुकसान का अंदेशा है। पिछले वर्षों की तुलना करें तो बनारस में प्रतिदिन भारी संख्या में विदेशी पर्यटक आते रहे जिनमें काशी में 5 से 6 करोड़ का कारोबार होता रहा है। होटल कारोबारियों, एयरवेज कंपनियों ट्रैवल एजेंट्स के अलावा पर्यटन से जुड़े लगभग सभी क्षेत्रों में भारी नुकसान होने लगा है। सारनाथ में इन दिनों श्रीलंकाई पर्यटकों की भारी भीड़ होती रही। इस बार पर्यटक न आने से व्यापारी मायूस हैं। घाट किनारे होटलों की हालत भी खस्ता हो रही। शहर के लगभग साढ़े 4 सौ से अधिक होटल व लॉज में देशी विदेशी पर्यटकों की आमद में 70 से 90 फीसदी तक की कमी आ चुकी है।