महादेव धारण करेंगे श्री हरि का रुप


वाराणसी। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी आज श्रीकृष्ण के भक्ति भाव में डूबी है। काशी में हर यानी भोलेनाथ हरि का रूप धारण करेंगे। श्रीकृष्ण के स्वरूप में बाबा विश्वनाथ की रजत प्रतिमा का दर्शन टेढ़ीनीम स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी के आवास पर शाम 5 बजे से होगा। डॉ. कुलपति तिवारी ने बताया कि श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर की स्थापना काल से चली आ रही लोक परंपरा के अनुसार प्रतिवर्ष जन्माष्टमी पर बाबा विश्वनाथ का श्रीकृष्ण रूप में विशेष शृंगार किया जाता है। काशी विश्वनाथ मंदिर का सरकार द्वारा अधिग्रहण किए जाने के पहले तक काशी की जनता भी इस विशिष्ट उत्सव में शामिल हुआ करती थी। बाद में सुरक्षा की दृष्टि से विश्वनाथ मंदिर सहित महंत आवास भी रेड जोन में आ गया था। इस वजह से आम लोगों को महंत आवास तक पहुंचने में दिक्कतें होने लगीं। काशी विश्वनाथ धाम बनने के बाद महंत आवास टेढ़ीनीम मोहल्ले में स्थानांतरित हो जाने के बाद एक बार पुन: काशीवासियों को बिना किसी बाधा के बाबा के लोक उत्सवों में शामिल होने का अवसर मिलने लगा है। उधर, इस्कॉन मंदिर में जन्माष्टमी पर 10 क्विंटल मेवा के लड्डू और 12 क्विंटल सूजी का हलवा बनाया जा रहा है। मंदिर परिसर में भंडारा का आयोजन किया जाएगा जहां 6 हजार से अधिक श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करेंगे।
मठों-मंदिरों में की गई है खास तैयारी
श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर गुरुधाम स्थित इस्कॉन मंदिर और चौखंभा स्थित गोपाल मंदिर में खास तैयारियां की गई हैं। कोरोना महामारी का प्रकोप कम होने के बाद दो साल बाद श्रद्धालुओं को यह अवसर मिला है जब वह भक्ति भाव से मंदिरों में जुटेंगे और श्रीकृष्ण जन्मोत्सव में शामिल होंगे। इसके साथ ही काशीवासियों के घरों से लेकर शहर के सभी मंदिरों और मठों में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के लिए खास तैयारियां की गई हैं।