महाराष्ट्र में भी राजनीतिक हलचल लगातार बनी हुई है। महाराष्ट्र विधान सभा परिसर में आज मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे गुट के विधायकों और विपक्ष के विधायकों के बीच झड़प हो गई। दोनों ओर से जोरदार तरीके से नारेबाजी भी की गई। विपक्ष के नारेबाजी को लेकर शिंदे गुट और भाजपा विधायक भड़क गए थे। इसके बाद से दोनों ओर से जोरदार नारेबाजी की गई। भाजपा और शिंदे गुट के विधायक पिछले सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। आपको बता दें कि उद्धव ठाकरे विधान भवन पहुंचे थे वहां विपक्षी दलों की बैठक हुई थी और उद्धव ठाकरे की ओर से दावा किया गया था कि महा विकास आघाडी एकजुट है।
बताया जा रहा है कि जब विरोध प्रदर्शन हो रहा था तब आदित्य ठाकरे, अजित पवार, बालासाहब थोराट भी नारेबाजी कर रहे थे। इसी दौरान शिंदे ग्रुप के विधायक दिलीप लांडे और एनसीपी विधायक अमोल मिटकरी एक दूसरे से भिड़ गए। जिसके बाद से दोनों ओर से जबरदस्त तरीके से नारेबाजी शुरू हो गई। हालांकि, इससे पहले भी शिंदे सरकार के खिलाफ नारेबाजी हुई थी। महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र 25 अगस्त को खत्म हो रहा है। विपक्ष एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर लगातार निशाना साधा रहा है और इसे असंवैधानिक होने का दावा कर रहा है।
भाजपा के खिलाफ एकजुट हों विपक्ष: शरद पवार
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) अध्यक्ष शरद पवार ने विपक्षी पार्टियों से अपने-अपने मतभेदों को अलग रख वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया। उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के साथ खड़े नहीं होने पर कांग्रेस को भी झिड़का। पवार ने कहा कि यह कांग्रेस का कर्तव्य है…आपके अरविंद केजरीवाल से मतभेद हो सकते हैं , लेकिन हमारी वास्तविक लड़ाई भाजपा के साथ है। हमारी लड़ाई सांप्रदायिक ताकतों के साथ है। राकांपा प्रमुख ने कहा कि हमें कोई ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए जिससे प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से सांप्रदायिक ताकतों को लाभ मिले। यह बात हर किसी को याद रखनी चाहिए।