नई दिल्ली, । संसद के मानसून सत्र के दौरान आज (बुधवार) फिर राज्यसभा में विपक्ष का जोरदार हंगामा देखने को मिला। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद डोला सेन, नदीमुल हक, अर्पिता घोष, मौसम नूर, शांता छेत्री और अबीर रंजन बिस्वास ने हाथ में तख्तियां लेकर पेगासस जासूसी कांड, कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। हंगामे की भेंट चढ़ी राज्यसभा की कार्यवाही को फिलहाल 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। वहीं 6 टीएमसी सांसदों को आज राज्यसभा से बाहर का रास्ता दिखाया गया।
राज्यसभा की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक टीएमसी सांसद डोला सेन, नदीमुल हक, अर्पिता घोष, मौसम नूर, शांता छेत्री और अबीर रंजन बिस्वास को तख्तियां रखने और अव्यवस्थित व्यवहार के लिए आज की सदन की कार्यवाही से हटने के लिए कहा गया है।एक अधिकारी ने बताया कि 6 टीएमसी सांसदों के खिलाफ नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में कहा गया है कि छह टीएमसी सांसदों का आचरण सदन में पूरी तरह से अव्यवस्थित था और इसलिए उन्हें अध्यक्ष द्वारा नियम 255 के तहत कार्यवाही छोड़ तुरंत बाहर जाने का निर्देश दिया गया है।
दिल्ली: संसद के बाहर कृषि कानूनों पर शिअद-कांग्रेस के महिला और पुरुष सांसद में जुबानी जंग-
संसद के मानसून सत्र की शुरुआत के बाद से विपक्ष पेगासस मुद्दे पर चर्चा करने की मांग कर रहा है। विपक्ष का आरोप है कि स्पाइवेयर का इस्तेमाल विपक्षी नेताओं, सरकार के आलोचकों और पत्रकारों पर जासूसी करने के लिए किया गया था। इसी को विरोध में कुछ टीएमसी सांसदों ने बुधवार को नारे लगाए और तख्तियां लेकर सदन के वेल में आ गए। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करने से पहले तख्तियों पर सरकार विरोधी नारे लगाने पर आपत्ति जताई। वेंकैया नायडू ने पहले सदस्यों को अपनी सीटों पर वापस जाने के लिए कहा और फिर तख्तियां रखने वालों के खिलाफ नियम 255 लागू करने की चेतावनी दी।