xवाराणसी(काशीवार्ता)। नगर निगम के ब्याजखोर नेटवर्क से निगम में कार्यरत स्थाई, संविदा आउटसोर्सिंग महिला, पुरुष सफाईकर्मी त्रस्त हैं। वेतन से बतौर दस्तूरी की धनराशि वसूलने वाले ऐसे लोगों के खिलाफ सफाईकर्मियों ने अपनी आवाज बुलंद करते हुए वसूली व शोषण बंद करने को नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंप ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय निकाय एवं राज्य सफाईकर्मी वेलफेयर फोरम ने सौंपे गए ज्ञापन में आरोप लगाया है कि विभागीय सेनेटरी इंस्पेक्टर, सुपरवाइजर, ब्याजखोर नेटवर्क द्वारा अमानवीय तथा कूटरचित तरीके से सफाई कर्मियों के वेतन से दस्तूरी की धनराशि वसूली जा रही है। पीड़ितों द्वारा दस्तूरी की रकम देने से मना करने व विभागीय शिकायत करने पर नौकरी से निकाल देने की धमकी दी जाती है। ऐसे में सफाईकर्मियों से दस्तूरी वसूली, उनके उत्पीड़न को समाप्त किए जाने के लिए फोरम के अध्यक्ष राजेश आजाद ने इसमें संलिप्त जिम्मेदारों के विरुद्ध अपराधिक मुकदमा दर्ज करने, ऐसे लोगों की संपत्तियों की जांच करने के साथ नगर आयुक्त को ज्ञापन सौंप त्वरित प्रशासनिक कार्रवाई करने की मांग की है। ज्ञापन की प्रतिलिपि आवश्यक कार्रवाई हेतु उत्तर प्रदेश जनसुनवाई पोर्टल पर प्रेषित कर दी गई है।
कोरोना की तीसरी लहर में पहली मौत
वाराणसी। जिले में शुक्रवार को कोरोना के 624 लोग संक्रमित मिले, वहीं एक मौत भी हुई। यह मौत बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल के कोरोना वार्ड में हुई है। मृतक 25 साल का छात्र था जो बड़ागांव का निवासी है। 16 जनवरी को तबियत खराब होने से पर उसे ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया था। 19 को वह अस्पताल जांच के बाद पॉजिटिव पाया गया, जिसके बाद उसे कोविड वार्ड में शिफ्ट किया गया था। ट्रॉमा सेंटर के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो. सौरभ सिंह ने बताया कि मरीज को ब्रेन कैंसर था। उसकी हालत काफी खराब थी। इसके अलावा में कुल एक्टिव केस की संख्या 3881 पर पहुंच गई है। वहीं 610 लोग स्वस्थ भी हुए, जिसमें एक अस्पताल से डस्चार्ज किया गया।