सिंगरौली (काशीवार्ता)। भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने 2.65 लाख पौधे लगाने के लिए रेनूकूट वन प्रभाग के साथ एक समझौता ज्ञापन किया है । इस एमओयू के तहत एनसीएल की उत्तर प्रदेश स्थित बीना, खड़िया, कृष्णशिला, ककरी और दूधीचुआ (उप्र स्थित क्षेत्र) खदानों के अधिभार पर 61.39 हेक्टेयर में 1.53 लाख से अधिक पौधों के रोपण के साथ 4 साल तक रख-रखाव एवं 3.20 हेक्टेयर में 1.12 लाख पौधों का मियावाकी पद्यति से पौधा रोपण किया जाएगा। पौधारोपण के लिए खदान के अधिभार डंप व समतल भूमि निर्धारित की गयी है जहां बड़े स्तर पर स्थानीय प्रजातियों के पौधे लगाए जाएँगे। इस एमओयू पर रेनूकूट वन प्रभाग की ओर से डीएफओ रेनुकूट स्वतंत्र कुमार श्रीवास्तव तथा एनसीएल की ओर से महाप्रबंधक (पर्यावरण/ वन) संजीव कुमार ने हस्ताक्षर किए। इस दौरान एनसीएल के मुख्य प्रबंधक (पर्यावरण) एच. बी. शिंदे, उप प्रबंधक (पर्यावरण) डी. के. सैनी, उप प्रबंधक (पर्यावरण) एलन एंटनी एवं क्षेत्रीय वन अधिकारी, (रेनूकूट) नवनीत कुमार और संजय कुमार शर्मा भी उपस्थित रहे। 10.66 लाख से अधिक पौधरोपण का लक्ष्य- एनसीएल ने सतत खनन की नीतियों के तहत वर्ष 2023-24 में 734.65 हेक्टेयर भूमि पर लगभग 10.66 लाख पौधारोपण का लक्ष्य रखा है। इसी संदर्भ में कंपनी द्वारा मध्य प्रदेश राज्य वन विकास निगम के साथ मध्यप्रदेश में स्थित एनसीएल की खदानों अमलोरी, ब्लॉक-बी, निगाही, दुधिचुआ, जयंत और झिंगुरदा में 195.06 हेक्टेयर भूमि पर 4.87 लाख से अधिक पोधों के रोपण तथा 4 साल तक रख रखाव के लिए एमओयू किया जा चुका है।
इसके साथ ही एनसीएल खदान क्षेत्र के बाहर डिगेरडेड वन भूमि में वर्ष 2023-24 में पौधारोपण के लिए सिंगरौली वन प्रभाग की मदद से 325 हेक्टेयर में 2.03 लाख से अधिक पौधे लगाने एवं रेणुकूट वन प्रभाग की मदद से 150 हेक्टेयर में 1.10 लाख से अधिक पौधे लगाने तथा रख रखाव का कार्य करेगी।