सिंगरौली (काशीवार्ता)। ओपन कास्ट माइनिंग एंड सस्टेनेबिलिटी पर राष्ट्र की सबसे बड़ी कॉन्फ्रेंस ‘आइकॉम्स-2022’ का समापन मंगलवार को हुआ । दो दिवसीय इस कॉन्फ्रेंस में देश भर के 550 से ज्यादा खनन पेशेवरों, शिक्षाविदों, निमार्ताओं और सेवा प्रदाताओं ने भागीदारी की।
समापन सत्र के दौरान एनसीएल के सीएमडी भोला सिंह, निदेशक (तकनीकी/ संचालन) डॉ अनिंद्य सिन्हा, निदेशक(कार्मिक), मनीष कुमार, एवं निदेशक (वित्त) रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) जितेंद्र मलिक, आईआईटी-आईएसएम धनबाद के प्रोफेसर एस एस राय, क्षेत्रीय महाप्रबंधक, मुख्यालय के महाप्रबंधक/विभागाध्यक्ष, देश भर से आए कोन्फ्रेंस के सभी प्रतिभागी उपस्थित रहे। समापन सत्र को संबोधित करते हुए सीएमडी एनसीएल भोला सिंह ने पेपर प्रस्तुतकतार्ओं की प्रशंसा की और कहा कि कॉन्फ्रेंस में बेहतरीन शोध पत्र प्रस्तुत हुए हैं। व्यावहारिक शोध पत्र के परिणामों को समयबद्ध व योजनबद्ध तरीके से खदानों में लागू किया जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि वर्ष 2023-24 और अधिक चुनौतीपूर्ण होगा, उन्होंने चालू वित्तीय वर्ष के निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए टीम एनसीएल को प्रेरित किया। एनसीएल के निदेशक (तकनीकी / संचालन) डॉ अनिंद्य सिन्हा ने कहा कि कोयला खनन में मैनुअल से मशीनीकरण के बदलाव आए हैं जो अब डिजिटाइजड होने जा रहा है। आने वाले समय में यह औटोमेटेड या स्वचलित हो जाएगा। निदेशक (कार्मिक) मनीष कुमार ने कहा कि आइकॉम्स आगामी भविष्य में एनसीएल और कोल इंडिया को उत्पादन उत्पादकता एवं कार्य दक्षता में नई बुलंदी पर पहुंचाएगा। निदेशक (वित्त) रजनीश नारायण ने कहा कि यह कोन्फ्रेंस उद्योग व शैक्षणिक संगठनो का अद्वितीय व अनूठा समागम है । कॉन्फ्रेंस में मुख्य रूप से ओपनकास्ट खानों से संबंधित विषयों पर आधारित नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण प्रबंधन, ओपनकास्ट खानों के लिए सतत समाधान, डिजिटिकरण, विविधीकरण से जुड़े विषयों पर चर्चा हुई।