राजातालाब(वाराणसी)। आराजी लाइन ब्लाक के ग्राम सभा भिखारीपुर गांव में 2020-2021 में बना इंटरलॉकिंग चकरोड मूरत प्रजापति के घर से मुन्नर राम यादव के घर तक बनाया तो गया पर घटिया निर्माण होने के कारण इंटरलाकिंग एक माह भी नहीं चली। दरअसल, यहाँ मानक का तनिक भी ध्यान नही दिया गया, जिसके चलते निर्माण जल्दी ही ध्वस्त हो गया। मार्ग को पुन: बनवाने के लिए जी.डी. यादव एडवोकेट ने इसकी शिकायत जनसुनवाई में कई बार दर्ज कराई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। समस्या जस की तस बनी हुई है। शिकायत करने पर अधिकारी द्वारा एक ही बात कही जाती है कि इसको कार्य योजना में डाल दिया जायेगा, अभी बजट नही है। सोचने वाली बात ये है कि यदि कार्य मानक के अनुरूप हुआ होता तो क्या इसे दोबारा बनाने की जरुरत होती? क्या इसे बनाने वाले ठेकेदार और जिम्मेदार अफसर के खिलाफ कार्रवाई नही होनी चाहिए? रही बात बजट की तो पिछले बजट की रिकवरी इनसे करके यदि पुन: इस कार्य को कराया जाए तो शायद दोबारा कोई अधिकारी या ठेकेदार ऐसा करने की हिम्मत न करें।