खबर जनपद वाराणसी और चंदौली जिले की सीमा पर स्थित टेंगरा मोड़ भीटी से है। जिस तरह मुगलसराय की कोयला मंडी काले कारनामों के कारण सुर्खियों में रहती है उसी तरह भीटी की बालू मंडी बालू के गोरखधंधे और नेशनल हाइवे – दो पर अतिक्रमण के कारण सुर्खियों में रहती है। कहते हैं एक तस्वीर ही काफी होती है हाले मंजर बयां करने के लिए। कुछ ऐसा ही वाकया सामने आया हाईवे पेट्रोल टीम के कर्मचारियों के साथ जब रूट पेट्रोल के दौरान इसी मंडी में हाईवे की सड़कों पर सर्विस रोड और सड़क की एक लेन को कब्ज़ा कर ओवरलोड ट्रकों द्वारा बालू की पलटी की जा रही थी। अतिक्रमण तो रोजमर्रा की दिनचर्या है यहां लेकिन उस दिन बालू पलटी के दौरान सड़क पर गिराए जा रहे बालू के अंदर छिपे कंकड़ और पत्थरों को सरेराह रोड पर देख पेट्रोल कर्मी भौचक्के रह गए। तत्काल सूचना रामनगर थाना प्रभारी को दी गई। बतौर हाईवे पेट्रोल के कर्मचारी समरेंद्र सिंह की माने तो पुलिस को सूचना दिए एक घंटे से उपर हो गए लेकिन प्रशासन की टीम मौके पर नहीं पहुंची। जबकि सर्विस रोड दो बार बनाया जा चुका है लेकिन बालू लदे ओवरलोड वाहनों के अवैध अतिक्रमण के कारण सर्विस रोड से लगायात हाईवे की सड़क उखड़ चुकी है।
आरोप प्रत्यारोप का दौर जो कुछ भी हो लेकिन सोई प्रशासन जागी और बालू मंडी पर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में बड़ी कार्रवाई करते हुए 73 ओवरलोड बालू लदे ट्रकों को सीज कर दिया। प्रशासन की इस छापेमार कार्रवाई में ट्रक मालिकों और चालकों में अफरातफरी मच गई। डर के मारे ट्रक चालक अपने ट्रक छोड़कर भाग गए। प्रशासन द्वारा अवैध तरीके से बालू मंडी चलाने वाले संचालकों की सूची बना कर उनके खिलाफ कार्रवाई का आगाज कर दी है।
शिकायतों की अंबार लगते ही कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई के निर्देश दिए।
जिस पर एक्शन लेते हुए एसडीएम सदर प्रमोद पांडेय के नेतृत्व में जब टीम टेंगरा मोड़ पहुंची तो मंजर देख अवाक रह गई। तत्काल टीम द्वारा हाईवे पर खड़ी ओवरलोड ट्रकों और मंडी में लगी कुल 73 ट्रकों को सीज कर दिया गया। इस छापेमार कार्रवाई में सीओ प्रवीण कुमार, चंदौली एआरटिओ विजय प्रताप सिंह, गाजीपुर के एआरटिओ राम सिंह यादव, विनय कुमार , रामनगर एसओ वेद प्रकाश राय सहित वाराणसी की टीम शामिल रही।