नयी दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मंगलवार को झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर बरसते हुए कहा कि प्रदेश आज ‘‘अराजकता’’ का दूसरा नाम बन गया है जहां नक्सली ‘‘दनदना’’ रहे हैं, भ्रष्टाचार और ट्रांसफर उद्योग बन गया है तथा शासकवर्ग ‘‘मस्त, मूकदर्शक व बेपरवाह’’ है। झारखंड के आठ जिलों में नवनिर्मित कार्यालयों का वीडियो कॉन्फ्रेंस से उद्घाटन करते हुए नड्डा ने प्रदेश भाजपा के नेताओं व कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे प्रदेश में चल रहे ‘‘कुशासन’’ पर अंकुश लगाने के लिए जनता के बीच जाएं और एक सफल और अच्छी विपक्ष की भूमिका निभाएं। नड्डा ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे ऐसी सरकार को प्रजातांत्रिक तरीके से उखाड़ फेंके और इसके लिए जनता के बीच जाएं। भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कि झारखंड में आज भ्रष्टाचार और ट्रांसफर उद्योग बन गया है और वहां की सरकार समाज विरोधी तत्वों को बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘आज झारखंड में भ्रष्टाचार एक उद्योग बन गया है। प्रदेश में तबादला उद्योग बना है। हर तबादले के रेट तय हैं। इस पोस्ट के तबादले का इतना पैसा, उस पोस्ट पर तबादले का उतना पैसा। खुलेआम ये धंधा चल रहा है।’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जिस तरीके से कोविड-19 के खिलाफ जंग में प्रदेश सरकार का प्रबंधन होना चाहिए था वह नहीं हुआ। प्रधानमंत्री ने जो राशन भेजा है वह भी जमीन पर नहीं पहुंचा है। प्रधानमंत्री इधर से राशन भेज रहे हैं लेकिन वह राशन भी ठीक से नहीं पहुंच रहा है। उसमें भी घोटाले हो रहे हैं।’’ भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यही फर्क पड़ता है ‘‘सुशासन’’ का और ‘‘कुशासन’’ का। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे इन सारे मुद्दों को जनता के बीच ले जाएं, उन्हें अवगत कराएं और उनके साथ मिलकर शासन पर अंकुश लगाएं। उन्होंने कहा, ‘‘एक विपक्ष के नेता और कार्यकर्ता के रूप में शासन को हमें जगाना भी चाहिए और उन्हें उनकी जिम्मेवारी के बारे में बताना भी चाहिए। हमें सफल और एक अच्छे विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए।