ल ही में फ्रांस से ख़रीदे गए पाँच फाइटर प्लेन रफ़ाल भारत पहुंचे हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रफ़ाल आने पर ट्वीट कर कहा था कि इससे उनकी चिंता बढ़नी चाहिए जो भारत की अखंडता और संप्रभुता को चुनौती देना चाहते हैं.
गुरुवार को पाकिस्तानी सेना ने कहा कि भारत पाँच रफ़ाल लाए 500 उससे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता और पाकिस्तान पूरी तरह से तैयार है.
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने कहा है कि भारत रफ़ाल लाए या एस-400, पाकिस्तान किसी भी आक्रामकता के लिए पूरी तरह तैयार है.
मेजर जनरल इफ्तिखार ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान ये बातें कहीं. पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस (14 अगस्त) से एक दिन पहले आयोजित इस प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने रफ़ाल, भारत के बढ़ते रक्षा बजट, कश्मीर, संघर्षविराम उल्लंघन और पाकिस्तान-सऊदी अरब के संबंधों पर बात की.
मेजर जनरल इफ्तिखार ने कहा, “पाकिस्तान भारत के बढ़ते सैन्य खर्चे और रक्षा बजट को लेकर चिंतित है लेकिन वो किसी भी तरह की आक्रामकता के लिए तैयार है. बावजूद इसके कि भारत ने हाल ही में फ्रांस से रफ़ाल फाइटर जेट्स लिए हैं.”
रफ़ाल से पाकिस्तान के लिए पैदा हुए ख़तरे से जुड़े सवाल पर मेजर जनरल इफ़्तिखार ने कहा, “भारत सेना पर दुनिया में सबसे ज़्यादा खर्च कर रहा है. वो हथियारों की दौड़ में शामिल है. फ्रांस से लेकर भारत तक जिस तरह पाँच रफ़ाल की यात्रा को कवर किया गया वो उनकी असुरक्षा के स्तर को दिखाता है.”
“इसके बावजूद चाहे वो पाँच रफ़ाल ख़रीदें या 500 हमें कोई चिंता नहीं. हम बिल्कुल तैयार हैं और हमें हमारी क्षमताओं पर कोई संदेह नहीं. इसके आने से कोई ख़ास फ़र्क़ नहीं पड़ने वाला है.”
साथ ही मेजर जनरल इफ्तिखार ने पाकिस्तान के कम होते और भारत के बढ़ते रक्षा बजट को लेकर भी चिंता जताई.
उन्होंने कहा, “हमारे मुक़ाबले उनका रक्षा खर्च और बजट क्षेत्र के पारंपरिक संतुलन को प्रभावित कर रहा है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी इस पर ध्यान देना चाहिए. पाकिस्तान में कई लोग कहते हैं कि पाकिस्तान का रक्षा बजट बहुत ज़्यादा है. इस वक़्त हम बजट का 17 प्रतिशत थलसेना, नौसेना और वायुसेना पर खर्च कर रहे हैं. और पिछले 10 सालों में पाकिस्तान का रक्षा खर्च लगातार कम हो रहा है. हालांकि, इसके बावजूद हमारी क्षमताएं कम नहीं हुई हैं. इसलिए रफ़ाल लाएं या एस-400 हमारी तैयारी पूरी है.”
कश्मीर को लेकर निशाना
मेजर जनरल इफ्तिखार ने प्रेस कांफ्रेंस की शुरुआत में ही आज़ादी की मुबारकबाद के ज़रिए भारत पर कश्मीर को लेकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा, “भारत सुनियोजित तरीक़े से क्षेत्र की जनसांख्यिकी बदलकर वहां रह रहे मुसलमानों को निकालना चाहता है. ऐसी कोई प्रताड़ना नहीं जो कश्मीरियों ने नहीं झेली है. युवा शहीद हो रहे हैं और उन्हें आतंकवाद के नाम पर दफ़नाया जा रहा है.”
उन्होंने कहा कि भारतीय सेनाएं कश्मीरियों को पैलेट गन से निशाना बनाती हैं. इस दौरान स्थानीय नेतृत्व को एक साल से हिरासत में रखा गया है. पाकिस्तान ने पूरी दुनिया के सामने कश्मीरियों का मुद्दा उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.
भारत पर संघर्षविराम के उल्लंघन का आरोप
मेजर जनरल इफ्तिखार ने भारत पर नियंत्रण रेखा के पास नागरिकों को निशाना बनाने का भी आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, “महामारी के दौरान संयुक्त राष्ट्र महासचिव की अपील के बावजूद भारत ने अपने पारंपरिक कायरतापूर्ण कार्यों को जारी रखा और निर्दोष लोगों को निशाना बनाया. इस दौरान भारी हथियारों का इस्तेमाल भी किया जाता है. पाकिस्तानी सेना भी संघर्षविराम के उल्लंघन का प्रभावी तौर पर जवाब देती है.”
मेजर जनरल ने भारत पर नस्लवाद और सांप्रदायिका फैलाने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि नस्लवाद और सांप्रदायिक नफरत की आग जो भारत ने शुरू की है, वो पूरे देश में फैल गई है. आंतरिक विफलताओं को बाहरी दिखाने के उनके कदम ने उन्हें ऐसे मोड़ पर ला दिया है कि ये लावा पूरे क्षेत्र को अपने आगोश में ले सकता है.
अफ़ग़ानिस्तान और सऊदी अरब
अफ़ग़ानिस्तान में शांतिवार्ता पर बात करते हुए मेजर जनरल इफ़्तिखार ने कहा कि पाकिस्तान ने अफ़ग़ान में शांति के लिए अपनी भूमिका निभाई है. उम्मीद है की सुलह की ये प्रक्रिया सफल होगी. अफ़ग़ानिस्तान में शांति का मतलब है पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर शांति.
उनसे प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत प्रशासित कश्मीर को लेकर पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच के तनाव पर भी सवाल किया गया. मेजर जनरल ने किसी भी तनाव से इनकार किया और पाकिस्तान और सऊदी के रिश्तों को ऐतिहासिक बताया.
उन्होंने कहा, “इस्लामिक दुनिया के लिए सऊदी अरब के महत्व पर कोई संदेह नहीं है और दोनों देश के संबंध ऐतिहासिक हैं और रहेंगे. पाकिस्तान के लोगों का दिल सऊदी के लोगों के साथ धड़कता है इसलिए हमारे संबंधों पर सवाल खड़े करने की कोई ज़रूरत नहीं. सेना प्रमुख जनरल क़मर जावेद बाजवा का सऊदी अरब दौरा पहले से ही तय था और ये दोनों देशों के सैन्य संबंधों से संबंधित है.”
मेजर जनरल इफ़्तिकार ने पाकिस्तान में कोरोना वायरस की स्थिति पर भी बात की. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के मामलों और मौतों में कमी आई है लेकिन हम सावधानी बरतना बंद नहीं कर सकते. लोग नियमों का पालन करके अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं लेकिन ख़तरा ख़त्म नहीं हुआ है.