मॉस्को, पाकिस्तान ने भारत के सबसे पुराने दोस्त रूस से बेहद खतरनाक हथियार खरीदने की ख्वाहिश जताई है और इसका खुलासा खुद रूस की तरफ से किया गया है। रसियन सेना ने दावा किया है कि उसका एक बेहद खतरनाक हथियार पाकिस्तान खरीदना चाहता है। लेकिन, सवाल ये उठ रहे हैं कि क्या रूस पाकिस्तान को हथियार बेचकर भारत से अपनी सबसे पुरानी दोस्ती को दांव पर लगाएगा?
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पाकिस्तान खरीदना चाहता है हथियार
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की स्पेशल फोर्स ने रूस की खतरनाक टैंक बीटीआर-82ए खरीदने की ख्वाहिश जताई है और ये दावा रूस की सेना की तरफ से किया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, रसियन सॉदर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि, रूस के साथ एक संयुक्त सैन्य अभ्यास के बाद पाकिस्तान की स्पेशल फोर्स ने रूस से बीटीआर-82ए खरीदने की इच्छा जताई है।
रूस बेचना चाहता है टैंक?
रसियन सॉदर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक ने बयान जारी करते हुए कहा है कि, ”मेहमान ने विशेष रूप से आधुनिक सैन्य कर्मियों के लिए बख्तरबंद वाहक BTR-82A में रुचि दिखाई है, जिससे पाकिस्तानी विशेष बल इकाई के अधिकारियों ने गोलियां भी चलाईं हैं। सबसे बढ़कर, पाकिस्तानियों को आसान नियंत्रण और आधुनिक बख्तरबंद हथियारों के द्वारा निशाने को सटीक भेदने की क्षमता काफी पसंद आई है।” आपको बता दें कि, संयुक्त रूसी-पाकिस्तानी द्रुजबा सैन्य अभ्यास 2016 से आयोजित किया जाता है। इस साल, रूस के क्रास्नोडार क्षेत्र में मोल्किनो रेंज पर 28 सितंबर से 9 अक्टूबर तक ये अभ्यास किया जा रहा है।
बीटीआर-82ए की खासियत
बीटीआर-82ए एक उन्नत 8×8 पहिएदार बख्तरबंद आर्मर्ड पर्सनल करियर (APC) है जिसका निर्माण रूस की सैन्य औद्योगिक कंपनी करती है और इसका इस्तेमाल रूस और कजाकिस्तान की सेनाओं के द्वारा किया जाता है। इस खतरनाक टैंक को पहली बार दिसंबर 2009 में रूस ने दुनिया के सामने प्रस्तुत किया था और इस बख्तरबंद टैंक की क्या विशेषताएं हैं, इसके बारे में पहली बार रूस ने अक्टूबर 2011 में मास्को में अखिल रूसी प्रदर्शनी केंद्र में 15 वें इंटरपोलिटेक्स राज्य सुरक्षा सामग्री शो के दौरान प्रदर्शित किया था। इसे रूसी एक्सपो आर्म्स 2011 शो में भी प्रदर्शित किया गया था।
2013 में शुरू हुआ था उत्पादन
रूसी सेना के लिए BTR-82A APCs का उत्पादन सितंबर 2013 में शुरू किया गया था। APCs का पहला बैच 2013 में अजरबैजान को दिया गया था। अप्रैल 2016 में रूस ने 20 BTR-82A टैंक के लिए कंपनी के साथ करार किया गया था। बीआरटी-82ए की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इससे चौबीसों घंटे फायरिंग की जा सकती है और इस तोप के जरिए 30 MM ड्यूएल फीड फायरिंग की जा सकती है। इस तोप की दूसरी सबसे बड़ी खासियत ये है कि इस तोप के जरिए आग को गोले बरसाए जा सकते हैं और इसके जरिए बड़े धमाके किए जा सकते हैं, जो बड़े क्षेत्र को अपने दायरे में लेने में सक्षम होता है।
भारत से दोस्ती लगाएंगे दांव पर?
पाकिस्तान ने खतरनाक रूसी तोप खरीदने की इच्छा जताई है, लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या भारत से दोस्ती को रूसी राष्ट्रपति पुतिन दांव पर लगांगे। भारत अभी भी 49.9 प्रतिशत हथियार रूस से ही खरीदता है और इसी साल के अंत तक एस-400 रूसी मिसाइल की खेप भारत आनी शुरू हो जाएगी। हालांकि, पिछले कुछ सालों से रूस और पाकिस्तान करीब जरूर आए हैं, लेकिन अगर रूस इस तोप का सौदा पाकिस्तान के साथ करता है, तो निश्चित तौर पर भारत और रूस के बीच की खाई और बढ़ेगी!