दलगत राजनीति से हटकर दयालु का भव्य स्वागत


वाराणसी(काशीवार्ता)। सूबे के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु के स्वागत में दलगत राजनीति की बेड़ियां टूट गई। मंत्री बनने के बाद राजनीतिक कर्मस्थली काशी में पहली बार आगमन पर भव्य स्वागत हुआ। जगह जगह ढोल _ताशे के बीच नारेबाजी करते युवा गुलाब की पंखुड़ियां उड़ाते रहे। शुभचिंतक और समर्थक इतने उत्साहित थे कि बाबतपुर से सिगरा कार्यक्रम स्थल तक करीब 25 किमी की दूरी तय करने में 8 घंटे लग गए। दोपहर 3 बजे शुरू सफर रात 11 बजे खत्म हुआ। दयाशंकर मिश्र दयालु को प्रदेश सरकार में आयुष एवं औषधि मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दिया गया है। मंत्री पद की शपथ लेने के बाद से ही काशीवासियों के बीच काफी हर्ष का माहौल था। सरल व्यवहार एवं मिलनसार व्यक्तित्व के दयालु के आगमन के स्वागत की तैयारी चार दिनों से चल रही थी। स्वागत के लिए सोशल मीडिया पर जिस तरह से लोगो ने दयालु को लेकर अपना समर्थन दिया, वह अपने आप में बेमिसाल रहा। यही कारण रहा कि बनारस आगमन पर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर लोग स्वागत करने सड़क पर उतरे। बनारस सीमा पर पिंडरा में प्रवेश करते ही गाड़ियों का काफिला शुरू हो गया। बाबतपुर पहुंचने पर हजारों कार्यकतार्ओं के साथ जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा एवं महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय ने केसरिया दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद सैकड़ो वाहन पर सवार हजारों की संख्या में समर्थकों का हुजूम दयालु …दयालु …जय श्रीराम …हर हर महादेव बुलडोजर वाले बाबा की जय के नारे लगाते नजर आए। बीच में एक जगह उत्साही कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर पर चढ़ कर माल्यार्पण किया जो चर्चा का केंद्र रहा । बाबतपुर, हरहुआ, शिवपुर, अर्दली बाजार, कचहरी, मिंट हाउस, नदेसर, चौकाघाट, तेलियाबाग, मलदहिया सिगरा समेत दर्जनों स्थान पर स्वागत के लिए लोग घंटो इंतजार करते रहे। स्वागत से अभिभूत दयालु ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा , मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और काशी वासियों का आभार जताया और कहा कि काशी की जनता के सेवक के रूप में हमेशा खड़े रहेंगे। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश प्रवक्ता अशोक पाण्डेय ने किया उपस्थित प्रमुख नेताओं में जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, राकेश शर्मा, सतीश चंद्र मिश्र, अजय यादव, अशोक राय,मनीष सिंह, जगदीश त्रिपाठी, अजय त्रिवेदी, अनुपम शुक्ला,अरविंद मिश्रा, अनुराग दुबे आदि उपस्थित रहे। सौ से अधिक स्थानों पर स्वागत के लिए लोग दोपहर से ही इंतजार करते रहे।