जोश-जुनून का दूसरा नाम बनारस मोटरसाइकिल क्लब


(राजेश राय)
वाराणसी(काशीवार्ता)। दे
खने में ये हमारे आपके पड़ोस में रहने वाले आम युवाओं की तरह ही हैं लेकिन जब ये पूरी तरह से सेफ्टी गियर से लैस होकर अत्याधुनिक मोटरसायकिलों पर सवार होते हैं तो इन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है। उस समय ये हॉलीवुड के किसी एक्शन फिल्म के हीरो से कम नहीं लगते। सिर्फ देखने में ही नहीं बल्कि इनके कारनामें भी किसी एक्शन हीरो से कम नहीं है। मोटरसाइकिलें भी ऐसी वैसी नहीं।11000 किलोमीटर की दूरी सिर्फ 11 घण्टे में तय करने वाली है। इनके काफिले में शामिल हैं।
बीएमडब्ल्यू 1250 सीसी कीमत 28 लाख,टाइगर 1200 सीसी कीमत 28 लाख, कावासाकी 1000 सीसी कीमत 14 लाख,कावासाकी 650 सीसी कीमत 14 लाख, के अलावा डुकाटी,हार्ले डेविडसन जैसी महंगी बाइक भी शामिल हैं।भारत में बनी रॉयल एनफील्ड भी बेड़े में हैं। युवाओं ने मिलकर बनारस मोटर साइकिल क्लब की स्थापना की है।
क्लब के मुखिया हैं 34 वर्षीय कौशिक चतुर्वेदी तथा इनकी टीम में गौरव कुमार सिंह, स्वेतांग दुबे श्याम सुंदर पांडे मोहम्मद हसन अभिजीत प्रणय पांडे मनीष जैसे जांबाज युवा शामिल हैं। क्लब में लगभग एक दर्जन नवयुवक हैं जो एक साथ एडवेंचर टूर पर निकलते हैं। वैसे तो सभी की रुचि एडवेंचर में है लेकिन इन्हें अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों का भी बखूबी एहसास है। इसीलिए रास्ते में जो भी वाहन सवार यातायात के नियम पालन करते हुए नहीं दिखता उसे यह लोग शिक्षित भी करते हैं। एक मुलाकात में कौशिक चतुवेर्दी ने बताया की रोड सेफ्टी उनका मुख्य उद्देश्य है वे चाहते हैं कि ट्रैफिक नियमों के प्रति लोग जागरूक हों। वह सन 2007 से मोटरसाइकिल अभियान में भाग ले रहे हैं और अब तक एक लाख किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा कर चुके हैं जिसमें लद्दाख, पश्चिम बंगाल,उड़ीसा का चांदीपुर, सिक्किम, दार्जिलिंग, मुंबई, दिल्ली आदि शहर शामिल है। वे नेपाल भी जा चुके हैं। लखनऊ जाना तो उनके लिये बनारस के ही किसी मुहल्ले में जाने जैसा है।क्लब के सदस्य कई शहरों में फैले हैं लगभग 250 सदस्य अब तक क्लब ज्वाइन कर चुके हैं। वे बताते हैं कि जब वे एक्सपीडिशन के लिए निकलते हैं तो हेलमेट से लेकर जूते तक स्पेशल होते हैं नीचे से ऊपर तक सेफ्टी गियर से लैस होते हैं। उनके हेलमेट में कैमरा भी लगा होता है जो सड़क की हर गतिविधि को रिकॉर्ड करता है इसके अलावा ग्रुप के सभी सदस्य वॉकी टॉकी से लैस होते हैं। जिसका संबंध हेलमेट से जुड़ा होता है ग्रुप के सदस्य प्रतिदिन औसतन 1100 किलोमीटर की यात्रा करते हैं उनकी मोटरसाइकिल की औसत स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा होती हैं। मोटरसाइकिलें अत्याधुनिक फीचर से लैस होती हैं जिनमे हिल ट्रैक्शन कंट्रोल,एबीडी ब्रेकिंग सिस्टम शामिल है।इससे दुर्घटनाओं की आशंका न के बराबर होती है। वे बताते हैं कि हेलमेट जैकेट,राइडिंग पैड, राइडिंग ग्लब्स आदि पहनने से चोट लगने की संभावना काफी कम हो जाती है। ग्रुप में कई महिला सदस्य भी हैं परन्तु वे लंबी यात्राएं नहीं करती हैं। मोटर साइकिलें कस्टम ड्यूटी अदा करके विदेशों से मंगवाई जाती हैं।ं