बीते विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद अब कांग्रेस एक बार फिर से पांच राज्यों में नए तेवर के साथ चुनाव लड़ रही है. बिहार चुनाव से अलग इस बार राहुल गांधी और उनकी टीम की रणनीति राज्यों को समय देने के लिहाज से बदली-बदली नजर आ रही है. राहुल गांधी खुद पहले से ज्यादा आक्रामक नजर आ रहे हैं. वहीं प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी हाल ही में असम में जनसभाएं की थीं. दक्षिण में चुनाव का भी जिम्मा प्रियंका गांधी जल्द संभाल सकती हैं. राहुल गांधी के करीबी सीनियर नेताओं को भी चुनावी राज्यों में अहम जिम्मेदारी दी गई है.
बिहार चुनाव से सबक
बिहार चुनाव से सबक लेते हुए राहुल गांधी और उनके सलाहकारों ने चुनाव के ऐलान के साथ ही अपनी आक्रामक शैली अपना ली और राज्यों में गठबंधन के लिए दलों से बातचीत और उम्मीदवारों के चुनाव को लेकर काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं. बिहार और हरियाणा में चुनावी टिकट के बंटवारे को लेकर काफी विवाद हुआ था लेकिन इन पांच राज्यों में ऐसा नहीं देखा गया है. असम और केरल में कांग्रेस ने अच्छा समन्वय बिठाया है. यहां कांग्रेस की लड़ाई रूलिंग पार्टी से है.
6 अप्रैल के बाद बंगाल में राहुल करेंगे प्रचार
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी आत्मविश्वास से लबरेज नजर आ रहे हैं. असम से लेकर तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में उन्होंने कई जनसभाएं और रोड शो किए थे. इन राज्यों में राहुल और भी जनसभाएं करने वाले हैं. वहीं 6 अप्रैल के बाद राहुल गांधी बंगाल में भी चुनाव प्रचार के लिए पहुंचेंगे. पार्टी ने महिला वोटरों को लुभाने के लिए प्रियंका गांधी का भी बखूबी इस्तेमाल किया है. प्रियंका ने असम में महिलाओं के साथ बातचीत की थी. वह तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी में भी जनसभाओं को संबोधित करेंगी.
सीनियर नेताओं को भी अहम जिम्मेदारी
राहुल और प्रियंका से इतर पार्टी के सीनियर नेताओं को भी अहम जिम्मेदारी दी गई है. राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे दो दिन के असम दौरे पर जाएंगे. शनिवार को वह यहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे. इसके अलावा तमिलनाडु और केरल में भी उनकी जनसभा होनी है. इसके अलावा कांग्रेस के नेशनल मीडिया इंचार्ज रणदीप सुरजेवाला भी पहले ही कई चुनावी राज्यों का दौरा कर चुके हैं. वह तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी चुनाव प्रचार के लिए पहुंचेगे. उनपर मोदी सरकार के खिलाफ तथ्यों और आंकड़ों के साथ लगातार निशाने पर रखने की जिम्मेदारी पार्टी की तरफ से दी गई है.
इसके अलावा कर्नाटक के सांसद सैय्यद नासीर हुसैन पर चुनावी राज्यों में प्रेस कॉन्फ्रेंस के आयोजन और मीडिया कवरेज की जिम्मेदारी दी गई है. वह खड़गे के साथ असम में भी मौजूद रहेंगे. वह असम और चेन्नई भी जाएंगे. पवन खेड़ा, प्रोफेसर गौरव वल्लभ और मधु गौड़ को भी अलग-अलग राज्यों की जिम्मेदारी दी गई है.