वाराणसी(काशीवार्ता)। देश में जोर शोर से 75वां अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, जिसमें घर-घर तिरंगा लगाने की योजना है। तिरंगे के सम्मान में जुटे पूरे देश के सामने इन दिनों बिजली के खंभों पर लगी तिरंगे की लड़ियां अपने साथ हो रहे भ्रष्टाचार को बखूबी उजागर कर रही हैं। नगर निगम के आलोक अधीक्षक केके गुप्ता ने काशीवार्ता को बताया कि पूरे शहर में लगभग 2 हजार बिजली के खंभों पर तिरंगे के रंग की लाइट लगाई गई है । ताकि रात में खंभे तिरंगे झंडे का लुक देते नजर आएं। इसी क्रम में अधिशासी अभियंता से बात करनी चाही तो उन्होंने अपनी व्यस्तता बता कर बात टाल दी। बिजली के खंभों पर तिरंगा की लड़ी लगाने का कार्य निगम ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन वर्ष 2017 के दौरान विदेशी भारतीयों के समक्ष तिरंगे का सम्मान प्रदर्शित करने के लिए लगाई थी। उसी समय तत्कालीन नगर आयुक्त के आदेश पर बिजली के खंभों पर यह रंगीन तिरंगा लड़ी लगाने का काम शुरू हुआ था। आनन-फानन में ठेकेदारों के माध्यम से लाखों रुपए खर्च कर लाइटें लगवाई गई। तब से अब तक इन लाइटों पर लगभग 51 लाख से ज्यादा खर्च किए जा चुके हैं। आइए अब खंभों पर लगी लाइटों की स्थिति के बारे में जानते हैं। आप एयरपोर्ट से उतर कर ज्यो शहर की ओर बढ़ेंगे सड़क के दोनों तरफ खंभों पर लगी ज्यादातर तिरंगा लाइट बंद मिलेंगी जो जलती नजर आएंगी उनमें कहीं केसरिया रंग तो कही हरी या सफेद लड़ी फ्यूज है। नगर आयुक्त आवास की मुख्य सड़क पर सर्किट हाउस के पश्चिमी तरफ लगी लाइटों का भी यही हाल है। आलोक विभाग की करनी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है।