(डा. के.के. शर्मा)
वाराणसी (काशीवार्ता)। शहर में प्रतिबंधित हो चुके प्लास्टिक बोतलों के त्वरित निस्तारण के लिए स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत आई दो स्वच्छ एटीएम कियांस मशीनें नगर निगम के परिवहन विभाग के पंप पर धूल फांक रही है। इन मशीनों में प्लास्टिक की बोतलों के डालने पर 1 रुपया मिलेगा, लेकिन विगत पांच साल से ये मशीने सड़ रही है। सूत्रों ने बताया कि इन दोनों मशीनों की कीमत 3 लाख रुपए है। इसे शहर के 5 स्थानों पर स्थापित करना था। इसमें पहले चरण में दो मशीनें निगम में खरीद कर लाई गई थी। विभागीय सूत्रों ने बताया कि इन मशीनों को दशाश्वमेध, रविदास गेट, टाउन हॉल, लहुराबीर व मैदागिन पर लगाना था। बताते हैं कि यह मशीन प्लास्टिक की बोतल को चूरा बना देती है, जो प्लास्टिक का सामान बनाने वाली कंपनियों द्वारा ऊंचे दाम में खरीद लिया जाता। नगर निगम को इससे अतिरिक्त आय भी होती और शहर में स्वच्छता भी दिखाई देती। इस विषय पर बिजली भुगतान के संदर्भ में पूछने पर अधिकारियों का कहना था कि इसमें लगे मीटर के आधार पर विद्युत विभाग को भुगतान किया जाएगा। जब काशीवार्ता ने विगत माह विभाग का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया तो तत्काल इसे निकाल कर किसी भी चौराहे पर स्थापित कराने का निर्देश दिया गया लेकिन ढीली ढाली लचर व्यवस्था के कारण मशीनें आज भी कूड़े की शक्ल में अपने स्थान पर पड़ी हुई है।