वाराणसी। कहने को खुशहाल नगर लेकिन अपनी बदहाली पर आंसू बहाती टीफसी मुख्य सड़क पर स्थित यह कॉलोनी सरकारी उपेक्षा का सटीक उदाहरण है वरुणापार की सबसे बड़ी कॉलोनियों में शुमार खुशहाल नगर सेक्टर ए रिंग रोड तथा टीएफसी मुख्य मार्ग की यह कॉलोनी अपनी दुर्दशा पर जार जार आंसू बहा रही है। लगभग 20,000 की आबादी वाली इस कॉलोनी की दुर्दशा का आलम यह है कि इसके मुख्य मार्ग पर ही कीचड़ और टूटी फूटी सड़क से आपका स्वागत होगा। सीवरेज की लाइन अभी तक कॉलोनी वासियों के लिए सपना है लेकिन मूलभूत रूप से सड़क, जो कि सरकार का वादा है, उससे भी इस कॉलोनी के वासी वंचित हैं। जगह-जगह पानी की पाइप लाइन टूटी हुई है। विडंबना यह है कि जल निगम ने पानी की पाइप लाइन तो बिछवा दी पर कनेक्शन के नाम पर शायद ही कहीं कनेक्शन दिया गया है। आपाधापी में पानी की लाइनों को सड़क खोदकर ऊपर ही छोड़ दिया गया जो जगह-जगह से टूटती रहती हैं और उसका पानी सड़कों पर ही आ रहा है क्योंकि पानी के निकास और नाली की व्यवस्था भी इस कॉलोनी में अभी तक नहीं हो पाई है। वाराणसी व्यापार मंडल के जिला उपाध्यक्ष संतोष सिंह का कहना है कि बार-बार प्रशासन को बताने के बावजूद इस कॉलोनी की तरफ नगर निगम की उदासीनता समझ से परे है पूर्व में भी नगर निगम को इन सभी समस्याओं से अवगत कराया जा चुका है लेकिन अधिकारी उदासीन बने हुए है। सरकारी उदासीनता का आलम यह है कि आए दिन टूटी-फूटी सड़कों पर लोग गिरते रहते हैं, बच्चे चोटिल होते हैं, स्कूल जाने वाले विद्यार्थी परेशान होते हैं लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है। समाज सेवी अरविंद सिंह, धनंजय सिंह, दीनदयाल, आजाद, पंकज सिंह, सुशील सिंह आदि कॉलोनी वासियों का कहना है कि लाखों के ग्रांड का क्या फायदा जब कॉलोनी के अंदर घुसते ही लोग भगवान को याद करने लगते हैं। क्षेत्रीय विधायक अनिल राजभर ने आज तक सुध नही ली है। अब शायद इलेक्शन में उन के दर्शन होंगे। कॉलोनी वासियों की नगर निगम से मांग है कि तत्काल प्रभाव से जल की निकासी का इंतजाम किया जाए। पानी के लीकेज को बंद कर सड़कों को दुरुस्त किया जाए वरना कॉलोनी के लोग सड़कों पर उतरकर अपनी मांग मनवाने के लिए बाध्य होंगे।