प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन का उद्घाटन किया और जनता को संबोधित किया। सम्मेलन का आयोजन शहरी विकास विभाग, उत्तर प्रदेश द्वारा वाराणसी में किया गया। इस सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के मेयर भाग लिया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी मौजूद रहे। पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि काशी में विकास देश के कई अन्य शहरों के लिए एक रोडमैप है। हमारे अधिकांश शहर पारंपरिक शहर हैं। इनका देव भी पारंपरिक तरीके से रहा है। हम ऐसी जगहों से सीख सकते हैं कि कैसे स्थानीय कौशल और उत्पाद उस शहर की पहचान हो सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन का उद्घाटन किया
सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के 120 महापौर भाग ले रहे हैं। इस सम्मेलन का विषय नया शहरी भारत है। उद्घाटन कार्यक्रम में शहरी विकास कार्यों पर एक लघु फिल्म भी दिखायी गयी। प्रधानमंत्री ने वाराणसी से लोकसभा सदस्य होने के नाते सभी महापौर का स्वागत किया। पीएम मोदी ने आगे कहा कि हमें विकासवाद में विश्वास करना चाहिए। भारत को आज क्रांति की जरूरत नहीं है। हमें अपने विरासत भवनों को ध्वस्त करने और उनका पुनर्निर्माण करने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि हमें उन्हें फिर से जीवंत करने की आवश्यकता है। मैं चाहता हूं कि सभी मेयर अपने शहर को सबसे स्वच्छ शहर की सूची में सबसे ऊपर लाने की पहल करें।
उत्तर प्रदेश सरकार की प्रमुख उपलब्धियां
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में शहरी क्षेत्रों में रहने की सुविधा सुनिश्चित करने पर जोर देते हुये कहा कि सरकार ने जीर्ण-शीर्ण शहरी बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की कमी के मुद्दों को दूर करने के लिए कई योजनाएं और कार्यक्रम शुरू किये हैं। शहरी विकास के क्षेत्र में भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की प्रमुख उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है, जो 17 से 19 दिसंबर तक चलेगी। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी भी उपस्थित थे।